Waaree vs Premier Energies: दोनों में कांटे की टक्कर, ऑर्डर बुक से लेकर कैपेसिटी में दे रहें मात, जानें किसका पलड़ा भारी
सोलर सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई स्कीम चला रही है. इसका फायदा चुनिंदा सोलर कंपनियों को मिल रहा है. इससे इनकी ग्रोथ भी हो रही है. आज हम आपको सोलर सेक्टर की दो ऐसी प्रमुख कंपनियों वारी एनर्जीज और प्रीमियर एनर्जीज के बारे में बताएंगे, दोनों में कौन है ज्यादा दमदार, ये भी करें चेक.
Waaree vs Premier Energies: देश में सोलर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है. ये अब सिर्फ मॉड्यूल क्षमता ही नहीं, बल्कि सप्लाई चेन के दम पर भी ग्रोथ कर रही है. ऐसे में सोलर इंडस्ट्री की दो दिग्गज कंपनियां – Waaree Energies और Premier Energies तेजी से आगे बढ़ रही हैं. हाल ही में इन्होंने अपने Q2 FY26 नतीजे पेश किए. तो सोलर सेक्टर की जंग में दोनों में कौन दमदार और किसका पलड़ा है भारी, चेक करें डिटेल.
ऑर्डर बुक में कौन ज्यादा दमदार?
Waaree Energies ने Q2 FY26 में ₹47,000 करोड़ का ऑर्डर बुक दर्ज किया. खास बात यह कि इसका 60% ऑर्डर ओवरसीज मार्केट से आया है, जबकि बाकी घरेलू संस्थागत कैटेगरी से है. इससे साफ है कि कंपनी एक साथ कई चीजों को एक साथ मैनेज कर रही हैं.
Premier Energies के Q2 ऑर्डर बुक पर नजर डालें तो ये ₹13,246 करोड़ दर्ज किया गया, जिसमें से ₹6,511 करोड़ के नए ऑर्डर सिर्फ घरेलू बाजार से मिले. जानकारों के मुताबिक भारत की DCR आधारित योजनाओं में Premier की पकड़ मजबूत होती जा रही है, आगे इसे और फायदा मिलने की उम्मीद है.
Q2 FY26 वित्तीय प्रदर्शन में कौन चढ़ा?
Waaree Energies
- Revenue: ₹6,226.54 करोड़
- EBITDA: ₹1,567.30 करोड़
- PAT: ₹878.21 करोड़
Premier Energies
- Revenue: ₹1,836.86 करोड़
- EBITDA: ₹645.38 करोड़
- EBITDA मार्जिन: 33.56%
- PAT: ₹353.44 करोड़
Premier एनर्जीज ने H1 FY26 में ₹616.68 करोड़ का ऑपरेटिंग कैश फ्लो दर्ज किया. इसकी सेल क्षमता और घरेलू मांग ने इसे और मजबूती दी है.
प्रोडक्शन और कैपेसिटी विस्तार
Waaree Energies
उत्पादन: 2.64 GW मॉड्यूल, 0.6 GW सेल
मौजूदा क्षमता: 18.7 GW मॉड्यूल, 5.4 GW सेल
लक्ष्य: मॉड्यूल क्षमता को 26.7 GW, सेल क्षमता को 10 GW+ तक ले जाना है, इसके लिए Waaree बड़े घरेलू टेंडरों और बड़े पैमाने के एक्सपोर्ट दोनों पर दांव लगा रही है.
Premier Energies
उत्पादन: 661 MW मॉड्यूल, 507 MW सेल
मौजूदा क्षमता: 5.1 GW मॉड्यूल, 3.2 GW सेल
नया लक्ष्य: पहले घोषित 4.8 GW की जगह अब 7 GW सेल क्षमता का निर्माण करना.
Premier अपनी मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड कर क्षमता बढ़ा रहा है ताकि घरेलू मांग को पूरा कर सके.
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सरकारी योजनाओं का रोल
PM Surya Ghar, PM-KUSUM और CPSU जैसी स्कीमें पूरी तरह घरेलू सेल पर निर्भर हैं. Premier Energies, जिसका फोकस 100% भारतीय मार्केट पर है, इन योजनाओं से उसे फायदा हो रहा है. वहीं Waaree भी इसमें शामिल है, लेकिन उसका बिज़नेस घरेलू और विदेशी दोनों तरफ फैला है. इसके चलते प्रीमियर एनर्जीज के मुकाबले थोड़ा कम फायदा मिल रहा है.
शेयरों का हाल
Waaree Energies के शेयर की कीमत 3,154 रुपये है. एक महीने में ये लगभग 12 फीसदी गिरा है. लॉन्ग टर्म में देखें तो इसने 3 साल में 26 फीसदी का रिटर्न दिया है. Premier Energies के शेयरों की बात करें तो इसकी वर्तमान कीमत 987 रुपये है. एक महीने में इसके शेयर लगभग 8 फीसदी चढ़े हैं. इसका लॉन्ग टर्म का प्रदर्शन भी नेगेटिव रहा.
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