Waaree Energies के शेयर पर MOFSL के एनालिस्ट बुलिश, कहा- उड़ान भरेंगे शेयर; तेजी से बढ़ रही कंपनी

Waaree Energies Share Target Price: कंपनी के 'अनमैच्ड स्केल' और भारतीय सेल/मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लीडिंग कंपनी के रूप में इसकी स्थिति के आधार पर ब्रोकरेज फर्म बुलिश नजर आ रहा है. वारी एनर्जीज भारत के मॉड्यूल की कहानी को समेटे हुए है.

वारी एनर्जीज के शेयर का आउटलुक. Image Credit: Money9live

Waaree Energies Share Target Price: घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने सोलर सेल और मॉड्यूल मैन्युफैक्चरर वारी एनर्जीज (WEL) पर कवरेज शुरू किया है. कंपनी के ‘अनमैच्ड स्केल’ और भारतीय सेल/मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लीडिंग कंपनी के रूप में इसकी स्थिति के आधार पर ब्रोकरेज फर्म बुलिश नजर आ रहा है. फर्म का कहना है कि आने वाले समय में यह शेयर 18 फीसदी से अधिक उछलेगा. गुरुवार 6 नवंबर के कारोबार में वारी एनर्जीज के शेयर 0.31 फीसदी की तेजी के साथ 3,380 रुपये पर ट्रेड हो रहे थे.

MOFSL के रिसर्च एनालिस्ट अभिषेक निगम और प्रेक्षा डागा का मानना ​​है कि भारत में 5.4 गीगावाट/16.1 गीगावाट की ऑपरेशनल सेल/मॉड्यूल क्षमता के साथ वारी एनर्जीज घरेलू प्रतिस्पर्धियों से आगे है और भारत में इसकी क्षमता बाजार हिस्सेदारी 21.6 फीसदी/13.3 फीसदी है.

अमेरिकी क्षमता बढ़ाने की स्पष्ट योजना

एनालिस्ट्स ने अपने नोट में लिखा, ‘वारी एनर्जीज ने रेगुलेटरी और व्यापक आर्थिक परिवर्तनों पर तेजी से प्रतिक्रिया दी है. जैसा कि सरकार की सेल मैन्युफैक्चरर की अप्रूव्ड लिस्ट (ALCM) के जवाब में प्रतिस्पर्धियों से आगे घरेलू सेल क्षमता स्थापित करने के इसके कदम और बदलते टैरिफ परिदृश्य के जवाब में इसकी अमेरिकी क्षमता को 2.6 गीगावाट से 4.2 गीगावाट (वित्त वर्ष 2026 की चौथी तिमाही तक) तक बढ़ाने की योजना से स्पष्ट है.’

वारी एनर्जीज की ब्रेड्थ पर फोकस करते हुए एनालिस्ट्स ने कहा कि सोलर वैल्यू चेन में कंपनी की उपस्थिति, जिसमें EPC, BESS, इनवर्टर और ग्रीन हाइड्रोजन शामिल हैं, इसे एक इंटीग्रेटेड कंपनी बनाती है और इसे लगातार ग्रोथ के लिए उपयुक्त बनाती है.

घरेलू कारोबार

घरेलू अवसरों के बारे में उन्होंने कहा, ‘वारी एनर्जीज भारत के मॉड्यूल की कहानी को समेटे हुए है, जहां राष्ट्रीय स्थापित सोलर क्षमता वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के 100 गीगावाट से बढ़कर वित्त वर्ष 28 तक 160 गीगावाट हो जाएगी.

उपयोगिता-स्तरीय बोलियों में मजबूत ग्रोथ (वित्त वर्ष 23 में 20 गीगावाट से वित्त वर्ष 24 में 69 गीगावाट तक) और पीएम कुसुम/सूर्यघर योजना से बढ़ती मांग वित्त वर्ष 26-27 में रोजगार के प्रमुख घरेलू मॉड्यूल व्यवसाय की ग्रोथ को गति प्रदान करेगा.

केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर निर्मित मॉड्यूल/सेल को अनिवार्य बनाने वाले नियमों के माध्यम से भारत के ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन को स्वदेशी बनाने की प्रबल इच्छा प्रदर्शित की है.’

वैल्यूएशन और टारगेट प्राइस

फर्म के अनुसार, वारी एनर्जीज का वैल्यूएशन सम-ऑफ-द-पार्ट्स (SoTP) मेथडोलॉजी के जरिए किया गया है, जिससे 4,000 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस प्राप्त हुआ है. साथ ही बाय रेटिंग भी दी है.

घरेलू मॉड्यूल व्यवसाय का वैल्यूएशन वित्त वर्ष 28 के पूर्व एबिटा के 15 गुना पर किया गया है, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में प्रीमियम दर्शाता है. अमेरिकी मॉड्यूल व्यवसाय का वैल्यूएशन वित्त वर्ष 28 के पूर्व एबिटा के 12 गुना पर किया गया है, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के अनुरूप है.

नए बिजनेस सेगमेंट, जिनमें से 74 फीसदी से अधिक योगदान, विश्लेषकों के अनुसार, EPC और O&M व्यवसायों का है, का वैल्यूएशन वित्त वर्ष 28 के पूर्व एबिटा के 11 गुना पर किया गया है, जो घरेलू प्रतिस्पर्धियों की वैल्यूएशन के अनुरूप है. इन सेगमेंट वैल्यूएशन का योग (नेट डेट के लिए एडजस्टमेंट) वारी एनर्जीज के डायवर्सिफाइड ऑपरेशनल के व्यापक वैल्यू को दर्शाता है.

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