Suzlon के शेयर में आएगी तूफानी तेजी, ब्रोकरेज ने दी खरीदने की सलाह; जान लीजिए टारगेट प्राइस
Suzlon Energy Share Outlook: ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाने की स्थिति में है. इसके एग्जीक्यूशन में अपेक्षित सुधार और मजबूत ऑर्डर बुक के साथ इसकी रेवेन्यू संभावना मजबूत है. इसलिए शेयर एक बार फिर 70 रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है.

Suzlon Energy Share Outlook: सुजलॉन एनर्जी के शेयर एक बार फिर से लंबी उड़ान भरने की तैयारी में हैं. आने वाले दिनों में इस पॉपुलर काउंटर में तेजी देखने को मिल सकती है. ब्रोकरेज फर्म एक्सेस सिक्योरिटीज का ऐसा कहना है. ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाने की स्थिति में है. इसके एग्जीक्यूशन में अपेक्षित सुधार और मजबूत ऑर्डर बुक के साथ इसकी रेवेन्यू संभावना मजबूत है. इसके अलावा कंपनी ने अपनी क्षमता में भी विस्तार किया है. एक्सिस सिक्योरिटीज का कहना है कि सुजलॉन एनर्जी के शेयर आने वाले महीनों में 70 रुपये के आंकड़ों को पार करेंगे. आइए समझते हैं कि किन फैक्टर्स के दम पर ब्रोकरेज सुजलॉन के स्टॉक पर बुलिश है.
मजबूत ऑर्डरबुक
मई 2025 तक, कंपनी के पास अब तक का सबसे अधिक 5.5 गीगावाट का ऑर्डरबुक था. ऑर्डरबुक का 80 फीसदी हिस्सा C&I और PSU ऑर्डर्स का है. इसके पास एक मजबूत ऑर्डरिंग पाइपलाइन भी है. यह ऑर्डरबुक कंपनी को अगले 2-3 वर्षों के लिए रेवेन्यू की संभावना प्रदान करती है.
एग्जीक्यूशन में सुधार
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की डिलीवरी 1,550 मेगावाट रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 118 फीसदी अधिक है. इसकी 4.5 गीगावाट की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता के साथ-साथ एक मजबूत एग्जीक्यूशन क्षमता भी है. प्रबंधन को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 में 5+ गीगावाट के ऑर्डरबुक का एग्जीक्यूशन होगा, जो मजबूत ग्रोथ को दर्शाता है.
मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ
एग्जीक्यूशन में सुधार के कारण कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 20 से वित्त वर्ष 2025 तक 70 फीसदी के कंपाउंडिंग एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़कर 10,851 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 2025-2027 के दौरान इसका रेवेन्यू 40 फीसदी CAGR की दर से बढ़कर 21,275 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है. सुजलॉन ने वित्त वर्ष 2026 के लिए 60 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया है.
क्षमता विस्तार
कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में अपनी पुडुचेरी और दमन नैसेल फैसिलिटी को रिन्यू किया और अब इसकी कुल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 3.2 गीगावाट से बढ़कर 4.5 गीगावाट हो गई है. कंपनी अपने ऑपरेशन का विस्तार करने के लिए रतलाम और जैसलमेर फैसिलिटी में दो अतिरिक्त उत्पादन लाइनें जोड़ने की योजना बना रही है.
मजबूत ऑपरेशन एवं मेंटनेंस बिजनेस
कंपनी के ऑपरेशन एवं मेंटनेंस व्यवसाय के अंतर्गत एसेट्स अंडर मैनेजमेंट वित्त वर्ष 24 में 2.5 गीगावाट से बढ़कर वित्त वर्ष 25 तक 3 गीगावाट हो गया. इस सेगमेंट से वित्त वर्ष 25 का रेवेन्यू 220 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3 फीसदी अधिक है. इस सेगमेंट में स्टेबल एन्युटी जैसा कैश फ्लो है और इसमें 4-5% की वार्षिक वृद्धि हो रही है.
पॉजिटिव मैक्रो आउटलुक
सीईए का अनुमान है कि भारत की कुल विंड एनर्जी क्षमता वित्त वर्ष 27 तक 73 गीगावाट और वित्त वर्ष 32 तक 122 गीगावाट तक बढ़ जाएगी. जून 2025 तक भारत की विंड एनर्जी क्षमता 52 गीगावाट थी. सीईए लक्ष्यों के लिए प्रति वर्ष 10 गीगावाट की वार्षिक विंड एनर्जी कैपेसिटी ग्रोथ की आवश्यकता है, जो वित्त वर्ष 28 तक 10 गीगावाट विंड एनर्जी कैपेसिटी टेंडर्स के एमएनआरई लक्ष्यों के अनुरूप है.
सुजलॉन एनर्जी टारगेट प्राइस
सुजलॉन एनर्जी के शेयर पर एक्सिस सिक्योरिटीज ने बाय कॉल के साथ 72 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज कहना है कि 3-6 महीने में यह स्टॉक अपने टारगेट को हिट कर सकता है. बुधवार को सुजलॉन एनर्जी का शेयर बीएसई पर 0.44 फीसदी की गिरावट के साथ 65.715 रुपये पर बंद हुए. सुजलॉन एनर्जी रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रदान करती है. कंपनी विंड टर्बाइनों का उत्पादन भी करती है.
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