BSE Stock: 52 हफ्ते के हाई से 20% नीचे, एक दिन में निवेशकों के डूबे 9774 करोड़, क्या खरीदने का सही टाइम
BSE के शेयर में मंगलवार, 8 जुलाई को 9 फीसदी से ज्यादा की भारी गिरावट दर्ज की गई. निवेशकों ने तेजी से अपने शेयर बेचना शुरू कर दिया, और इसके पीछे सिर्फ Jane Street पर SEBI की कार्रवाई ही नहीं, बल्कि F&O सेगमेंट में खुदरा निवेशकों को हुए बड़े नुकसान भी एक अहम कारण है.

Why BSE Share Price Crashed: मंगलवार, 8 जुलाई को भारतीय बाजार में काफी हलचल रही. पूरे दिन भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. इस दिन एक स्टॉक जो काफी चर्चा में रहा वह BSE. इसके शेयरों में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. यह गिरावट अचानक नहीं आई, बल्कि इसके पीछे कई वजहें हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है SEBI की कार्रवाई और F&O (Futures & Options) सेगमेंट में खुदरा निवेशकों के बढ़ते नुकसान। इस दौरान 180 मिलियन से ज्यादा शेयरों की खरीद-बिक्री हुई. इस गिरावट का अंजाम ये हुआ कि निवेशकों के 9,774.54 करोड़ रुपये डूब गए.
BSE के शेयर में क्या हुआ?
- मंगलवार को BSE का शेयर 2640 के करीब खुला, जो पिछले दिन के बंद भाव 2636.20 रुपये से थोड़ा ऊपर था. लेकिन दिनभर बिकवाली हावी रही और शेयर गिरते-गिरते 2395 रुपये तक पहुंच गया, यानी 9 फीसदी से अधिक की गिरावट आई थी. 9 जुलाई ( 12:36 तक ) इसमें 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई और यह 2,524 रुपये के भाव पर चला गया.
- शेयर अब अपने 52-हफ्तों के उच्च स्तर 3030 रुपये से करीब 20 फीसदी नीचे चल रहा है.
- पिछले एक महीने में शेयर 15.6 फीसदी गिर चुका है.
- वहीं, एक साल में 208 फीसदी का रिटर्न दिया है.
- अगर 5 साल की बात करें तो इसने निवेशकों को 4,300 फीसदी से ज्यादा का दमदार रिटर्न दिया है.
- एक साल के रेंज में शेयर ने 704.99 रुपये का लो और 3,030 का हाई बनाया है.
- इस पर कोई कर्ज नहीं है.
क्यों गिरा BSE का शेयर?
- SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street को भारत में ट्रेडिंग से बैन कर दिया है. आरोप है कि Jane Street ने डेरिवेटिव्स सेगमेंट में इंडेक्स में हेरफेर किया था. इस कदम से बाजार में अनिश्चितता और घबराहट का माहौल बन गया, और एक्सचेंज ऑपरेटर कंपनियों (जैसे BSE) के शेयर दबाव में आ गए.
- F&O सेगमेंट में खुदरा निवेशकों के नुकसान की रिपोर्ट. SEBI की हाल के रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 91 फीसदी खुदरा निवेशकों को FY2025 में F&O सेगमेंट में नुकसान हुआ. यह डेटा दिखाता है कि किस तरह F&O में अत्यधिक सट्टेबाजी हो रही है और इसके खिलाफ SEBI और सख्त हो सकता है. इससे निवेशक डर गए, खासकर BSE जैसे संस्थानों को लेकर जो डेरिवेटिव्स में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
मोतीलाल ओसवाल ने दिया था संकेत
Motilal Oswal ने BSE के शेयर पर अपनी रेटिंग घटाकर ‘Neutral’ कर दी थी. साथ ही, उन्होंने इसके टारगेट प्राइस को घटाकर 2,300 कर दिया है, जो मौजूदा भाव 2,664 रुपये से लगभग 14 फीसदी की नीचे थी.
क्या कह रहे टेक्वनिकल साइन?
- BSE का शेयर अभी 100-दिन और 200-दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर है. जब तक शेयर इसके ऊपर बना हुआ है तब तक इसके लिए पॉजिटिव है.
- लेकिन यह 5-दिन, 20-दिन और 50-दिन के मूविंग एवरेज से नीचे है. इससे जो निवेशक शॉर्ट टर्म के निवेशक हैं उनके लिए टेंशन की बात है.

कुछ अहम जानकारी
Metric | Value |
---|---|
Market cap | ₹1.07 lakh crore |
ROE | 20% |
ROCE | 26.8% |
P/E ratio | 80.7 |
P/B ratio | 23.9 |
EPS | ₹97.9 |
Book value | ₹110.3 |
Dividend yield | 0.3% |
अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?
फिलहाल बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है. जिससे और दबाव बन सकता है. ऐसे में जो छोटे निवेशक हैं उन्हें तब तक खरीदारी से बचना चाहिए. जब तक बाजार स्थिर न हो जाए.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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