कभी साइकिल पर बेचते थे नमकीन, आज है करोड़ों की संपत्ति के मालिक, ऐसे बनें देश के फेवरेट
बिपिन ने शुरुआती दौर में पिता का हाथ बंटाया, बाद में उन्होंने 1990 में खुद का बिजनेस शुरू किया, जिसे गोपाल स्नैक्स नाम दिया. उन्होंने महज 2.5 लाख रुपए से बिजनेस शुरू किया था.

Success Story: देश में कई लोग ऐसे हैं जो अपनी मेहनत के दम पर जीरो से हीरो बने हैं, ऐसे ही लोगों में बिपिन हडवानी का भी नाम शुमार है. बिपिन ने बचपन से ही अपने पिता को घर पर नमकीन बनाते और इसे बेचते देखा है. अपने पिता की मदद के लिए बिपिन भी स्कूल से आते ही उनके साथ साइकिल पर नमकीन बेचने निकल पड़ते थे. शुरुआती दौर में पिता का हाथ बंटाया, बाद में उन्होंने 1990 में अपना खुद का बिजनेस शुरू किया, जिसे उन्होंने गोपाल स्नैक्स नाम दिया. महज 2.5 लाख रुपए से शुरू किया गुजराती स्नैक्स का ये कारोबार देखते ही देखते 4229 करोड़ रुपए का हो गया. आज गोपाल स्नैक्स देश के लाखों लोगों के पसंदीदा नमकीन में से एक है.
खुद कारोबारियों और दुकानदारों से करते थे बातचीत
हडवानी राजकोट की सड़कों पर साइकिल चलाते हुए खुद व्यापारियों, दुकानदारों और मालिकों से बातचीत करते थे. वे उनसे लोगों के फीडबैक लेते थे, जिससे समझ सके कि स्थानीय बाजार में किस चीज की मांग ज्यादा है. उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत सबसे पहले अपने घर से की. उन्होंने 1990 में अपना खुद का मकान लिया और पत्नी के साथ मिलकर नमकीन बनाने शुरू किए. धीरे-धीरे उनका घर उत्पादन केंद्र बन गया जहां दूसरे सभी पारंपरिक स्नैक्स आइटम बनते थे. बिक्री बढ़ने पर उन्होंने एक कारखाना बनाने के लिए शहर के बाहर जमीन ली, लेकिन दूर-दराज के इलाके में होने के चलते जल्द ही उनकी फैक्ट्री बंद हो गई. बाद में उन्होंने शहर में ही एक दूसरी छोटी फैक्ट्री खोली. यहां उनका काम अच्छा चल गया और उनके बनाए गुजराती नमकीन लोगों को पसंद आने लगे.
कितना है मार्केट कैप?
वर्तमान में गोपाल स्नैक्स भारतीय बाजार हिस्सेदारी के मामले में भारत के चौथे सबसे बड़े नमकीन ब्रांड के तौर पर जाना जाता है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में देश में सबसे ज्यादा गाठिया और स्नैक पेलेट्स का उत्पादन किया था. गोपाल स्नैक्स का मार्केट कैप 42.29 बिलियन रुपए यानी करीब 4229 करोड़ रुपए का है.
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