Amazon से करते हैं शॉपिंग, तो आप पर भी इस फ्रॉड का खतरा; इस पैंतरे से ठग ने ग्राहकों से लूटे 600 करोड़, ऐसे बचे

आंध्र प्रदेश पुलिस ने अनाकापल्ली जिले के अच्युता पुरम में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह अमेजन कस्टमर केयर बन कर लोगों को फर्जी कॉल करता था. वीओआइपी (इंटरनेट कॉल) तकनीक का इस्तेमाल कर 'गिफ्ट कार्ड रिडेम्पशन' जैसे लालच देकर लोगों की वित्तीय जानकारी हासिल करते थे.

साइबर ठगी Image Credit: Freepik

आंध्र प्रदेश पुलिस ने अनाकापल्ली जिले के अच्युता पुरम में एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस फर्जी कॉल सेंटर में 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 3 लाख रुपये नकद, हाई-टेक गैजेट्स, कंप्यूटर, नेटवर्क उपकरण और महंगे फर्नीचर जब्त किए गए. एक रेवेन्यू ऑफिसर की शिकायत और खुफिया जानकारी के आधार पर इस गैंग का पर्दाफाश हुआ है.

कैसे काम करता था यह गिरोह?

यह गिरोह अमेजन कस्टमर केयर बन कर अमेरिकी लोगों को फर्जी कॉल करता था. वीओआइपी (इंटरनेट कॉल) तकनीक का इस्तेमाल कर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया जाता था. ठग ‘गिफ्ट कार्ड रिडेम्पशन’ जैसे लालच देकर लोगों की वित्तीय जानकारी हासिल करते थे. इसके बाद गिफ्ट कार्ड के कोड लेकर उनके खातों से पैसे उड़ा लेते थे. गिरोह के दो मुख्य सरगना, महाराष्ट्र के पुनीत गोस्वामी और राजस्थान के अविहंत डागाको गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का अनुमान है कि इस गिरोह ने 600 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की होगी.

कैसे भर्ती होते थे लोग?

गिरोह जॉब पोर्टल्स के जरिए खासकर असम और पूर्वोत्तर भारत के लोगों को नौकरी पर रखता था. उन्हें खाना और रहने की सुविधा दी जाती थी. एक हफ्ते की ट्रेनिंग के बाद वे फर्जी कॉल शुरू कर देते थे. नए लोग 1-2 महीने काम करते थे, जबकि ऊपरी स्तर के लोग 8-12 महीने तक इस धोखाधड़ी में शामिल रहते थे.

ऐसे रहें सुरक्षित