क्या है ‘सेशन ऐप’ जिससे बिना नंबर और ID के चैट करता था उमर नबी, ऐसे छुप जाती है पहचान
लाल किले विस्फोट मामले में Session जैसे हाई-प्राइवेसी ऐप का इस्तेमाल सामने आना जांच एजेंसियों के लिए एक नई चुनौती बन गया है. फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इस चैट और नेटवर्क कनेक्शन की सुराग तलाश रही हैं. ऐसे में आइए जानते हैं यह ऐप क्या है और इसमें ऐसी क्या खासियत है कि आतंकी इसे इस्तेमाल कर रहा था. आइए इसे विस्तार से समझते हैं.
Session App: 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए जोरदार धमाके ने पूरे देश को हिला दिया. इस ब्लास्ट में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 से ज्यादा लोग घायल हैं. घटना इतनी गंभीर थी कि जांच तुरंत कई एजेंसियों को सौंप दी गई. फिलहाल दिल्ली क्राइम ब्रांच, एनआईए, एनएसजी और हरियाणा पुलिस की टीमें मिलकर केस की जांच कर रही हैं. अब तक इस मामले में करीब 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसी बीच धमाके से जुड़ा एक महत्वपूर्ण खुलासा सामने आया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस धमाके को अंजाम देने वाला आतंकी डॉ. उमर नबी एक ऐसे मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहा था जिसे ट्रेस करना बेहद मुश्किल है.
इस ऐप का नाम है Session App. उमर इस ऐप से तुर्की के अंकारा में बैठे हैंडलर ‘Ukasa’ नाम के यूजरनेम वाले व्यक्ति से लगातार चैट करता था. यह ऐप प्ले स्टोर पर Session Private Messenger नाम से उपलब्ध है. अब सवाल उठता है, आखिर यह ऐप क्या है और इसमें ऐसी क्या खासियत है कि आतंकी इसे इस्तेमाल कर रहा था. आइए इसे विस्तार से समझते हैं.
क्या है Session ऐप?
Session एक ऐसा मैसेजिंग ऐप है जिसे खास तौर पर प्राइवेसी और गुमनामी (anonymity) के लिए डिजाइन किया गया है. यह end-to-end encrypted ऐप है, यानी आपके भेजे मैसेज सिर्फ आप और सामने वाला ही पढ़ सकता है. कंपनी का दावा है कि यह किसी भी तरह का डेटा स्टोर नहीं करता.
दरअसल यह ऐप एक डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क पर चलता है, जिसमें दुनिया भर के कम्यूनिटी बेस्ड सर्वर शामिल होते हैं. इसी वजह से इसमें कोई एक सेंट्रेल सर्वर नहीं होता जिसे हैक करके डेटा निकाला जा सके. न ही इसमें मैसेज लॉग, यूजर डेटा या लोकेशन जैसी जानकारी कहीं सेव की जाती है.
क्यों है यह ऐप इतना सुरक्षित?
- बिना फोन नंबर के साइन-अप: Session इस्तेमाल करने के लिए न फोन नंबर चाहिए, न ईमेल. यानी आपकी असली पहचान ऐप को पता ही नहीं चलती.
- No data breaches: क्योंकि ऐप किसी भी तरह की पर्सनल जानकारी स्टोर नहीं करता, इसलिए डेटा चोरी होने का खतरा बहुत कम है.
- Onion routing से IP address छुपता है: यह तकनीक IP address को छुपाती है, जिससे आपकी लोकेशन ट्रेस नहीं की जा सकती.
- Open-source ऐप: इसका कोड ओपन-सोर्स है, जिसे दुनिया भर के एक्सपर्ट जांच सकते हैं. यानी ऐप की सिक्योरिटी पारदर्शी है.
- Metadata सुरक्षित: यह ऐप मेटाडाटा यानी किसने किससे कब बात की जैसी जानकारी भी लॉग नहीं करता.
- कोई tracker नहीं: कई ऐप विज्ञापनों के लिए ट्रैकर इस्तेमाल करते हैं, लेकिन Session में एक भी ट्रैकर नहीं है.
क्या है इस ऐप की खूबियां?
- इस ऐप के जरिए आप खुलकर चैट कर सकते हैं.
- पूरा कंट्रोल यूजर के पास होता है.
- इसमें आप अपने encryption keys खुद मैनेज कर सकते हैं. थीम बदल सकते हैं. यानी ऐप पूरी कस्टमाइजेशन देता है.
- यह बड़े ग्रुप्स में भी सुरक्षित है.
- 100 से ज्यादा सदस्यों वाले ग्रुप्स या कम्युनिटी चैट भी सुरक्षित रहती हैं.
Session कैसे काम करता है
- यह ऐप Android, iOS, Windows, macOS और Linux पर डाउनलोड किया जा सकता है.
- अकाउंट बनाने पर यूजर को एक Account ID मिलती है, जो अंकों की एक यूनिक स्ट्रिंग होती है.
- बातचीत शुरू करने के लिए यूजर को अपना Account ID दूसरे व्यक्ति से शेयर करना होता है.
- मैसेज decentralized server नेटवर्क से होकर गुजरते हैं, जिससे उन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है.
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