सरकारी आवाज, नंबर बंद करने की धमकी… और फिर TRAI अधिकारी बन कर लोगों को लूट रहे हैं ठग, ऐसे बचें

सरकार जैसी आवाज, नंबर बंद करने की चेतावनी और एक डराने वाला कॉल, पर क्या ये वाकई सरकारी है? पिछले कुछ समय में एक नए तरह की ठगी ने तेजी से लोगों को निशाना बनाया है. यह कॉल कहां से आता है और क्या हो सकता है इसका असर, जानिए इस रिपोर्ट में.

फ्रॉड से बचें Image Credit: FreePik

अगर आपके मोबाइल पर एक दिन कॉल आए और कोई सरकारी आवाज में कहे- “आपका मोबाइल नंबर बंद किया जा रहा है, क्योंकि इससे गैरकानूनी गतिविधि हुई है. अधिक जानकारी के लिए 9 दबाएं”, तो हो सकता है कि आप घबरा जाएं. लेकिन रुकिए… ये कॉल असली नहीं, बल्कि एक साइबर फ्रॉड है. आजकल देशभर में तेजी से फैल रहे ऐसे कॉल्स ‘TRAI’ यानी टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नाम पर किए जा रहे हैं लेकिन इनका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है.

नेपाल से आ रहे फर्जी कॉल, आवाज में होता है सरकारी डर

हाल ही में कई ऐसे मामले आएं जिसमें यूजर्स को नेपाल जैसे देशों से ऐसे कॉल्स आए हैं, जिनमें ऑटोमैटिक सिस्टम कहता है कि आपका नंबर बंद किया जा रहा है और आगे जानकारी के लिए 9 दबाएं. कॉल की आवाज वैसी ही होती है जैसी कोविड अलर्ट या डिजिटली एक्टिव फ्रॉड अवेयरनेस कॉल्स में होती है, जिससे आम लोग धोखा खा जाते हैं.

जैसे ही कोई यूजर 9 दबाता है, कॉल आगे ट्रांसफर हो जाती है किसी नकली CBI अधिकारी या साइबर पुलिस अधिकारी के पास. फिर शुरू होता है एक झांसे में लाने का खेल जिसे कहा जा रहा है- ‘डिजिटल अरेस्ट’. इस डिजिटल गिरफ्तारी में पीड़ित को वीडियो कॉल पर रखा जाता है, उसे किसी से भी बात करने से मना किया जाता है और मानसिक रूप से डराया जाता है कि उस पर मनी लॉन्ड्रिंग, आतंक फंडिंग जैसे आरोप हैं.

इस डर का फायदा उठाकर पीड़ित से आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स, और यहां तक कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन तक करवा लिए जाते हैं. कई मामलों में फर्जी जज, पुलिस अधिकारी, यहां तक कि “सुप्रीम कोर्ट इंस्पेक्टर” तक इस फ्रॉड का हिस्सा बनकर सामने आते हैं.

TRAI नहीं करता ऐसा कोई कॉल, सरकार की ओर से चेतावनी जारी

Ministry of Communication ने इस बारे में स्पष्ट किया है कि:

“TRAI मोबाइल नंबर बंद करने के संबंध में किसी भी ग्राहक से न तो कॉल करता है, न ही मैसेज भेजता है. TRAI ने किसी तीसरी पार्टी एजेंसी को भी ऐसी कोई जिम्मेदारी नहीं दी है.”

इसलिए अगर किसी कॉल, मैसेज या नोटिस में TRAI का नाम लेकर मोबाइल नंबर डिस्कनेक्ट करने की धमकी दी जा रही हो, तो वह फर्जी है और एक साइबर फ्रॉड की कोशिश मानी जानी चाहिए. सरकार ने यह भी बताया कि मोबाइल नंबर को बंद करने या सस्पेंड करने का अधिकार केवल संबंधित टेलीकॉम कंपनी (जैसे Jio, Airtel, Vi आदि) के पास होता है, और वह भी आपका नं तब ब्लॉक कर सकते हैं जब आप बिलिंग, केवाईसी या नेटवर्क का इस्तेमाल गलत तरिके से कर रहे हो.

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सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव

  • ध्यान रखें, TRAI या कोई भी सरकारी संस्था कॉल पर न तो बैंक डिटेल मांगती है, न धमकी देती है. अगर कोई ‘डिजिटल अरेस्ट’ की बात करे, तो समझ जाइए कि वह फ्रॉड है.
  • अगर कोई कॉल संदिग्ध लगे तो तुरंत उसे काटें और किसी भी तरह की जानकारी न दें. जरूरत पड़े तो स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करें.

यह दौर है डिजिटल जागरूकता का इसलिए किसी भी डर या जल्दबाजी में गलती न करें, क्योंकि अब फ्रॉड करने वाले भी सरकारी लहजे में आते हैं.