अफगानिस्‍तान भी पाकिस्‍तान से लेगा सिंधु जैसा बदला, इस नदी पर बनाएगा डैम, दोनों तरफ से पिसेगा दुश्‍मन देश

भारत के बाद अब अफगानिस्‍तान भी पाकिस्‍तान को जाने वाला अपना पानी रोकने वाला है. इसके लिए डैम बनाने की योजना बनाई जा रही है. इसका दावा बलोच एक्टिविस्‍ट ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर की है. भारत के बाद अफगानिस्‍तान के भी पानी की इस जंग में शामिल होने से कैसे बढ़ेगी पाकिस्‍तान की मुश्किलें, जानें पूरी डिटेल.

अफगानिस्‍तान रोकेगा पाकिस्‍तान का पानी Image Credit: money9

Afganistan plans to cut water to Pakistan: कश्‍मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्‍तान के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए सिंधु समझौते को स्‍थगित कर‍ दिया था. जिससे पाकिस्‍तान में पानी की किल्‍लत का डर सताने लगा था. पानी की इस जंग अब एक और नया मोड़ आ गया है. दरअसल भारत के बाद अब अफगानिस्‍तान भी पाक की मुश्किलें बढ़ाने वाला है. वो डैम बनाकर अपने पानी को पाकिस्तान तक जाने से रोकने की योजना बना रहा है. ये दावा बलोच एक्टिविस्ट मीर याब बलोच ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर किया.

उन्‍होंने सोशल हैंडल पर लिखा, “ये नापाकिस्तान के अंत की शुरुआत है. भारत के बाद अब अफगानिस्तान भी डैम बनाकर अपने पानी को पाकिस्तान तक जाने से रोकने की योजना बना रहा है.” मीर याब के मुताबिक, तालिबान के सीनियर आर्मी ऑफिसर जनरल मुबिन ने पूर्वी अफगानिस्तान के कुनार इलाके में एक डैम साइट का दौरा किया. उन्होंने काबुल सरकार से कई डैम बनाने के लिए फंडिंग और निर्माण की मांग की.

जनरल मुबिन ने कथित तौर पर कहा कि ये पानी हमारा खून है, और वो अपने खून को नसों से बाहर बहने नहीं दे सकते. उन्‍हें अपने पानी को रोकना होगा, जिससे वहां की बिजली की जरूरतें पूरी हों और खेती को और मजबूत किया जा सके. बता दें कुनार नदी, जो काबुल नदी की सहायक है ये अफगानिस्तान से बहकर पाकिस्तान में जाती है और वहां के खेती वाले इलाकों के लिए अहम है.

पहले से गर्म रहा है मुद्दा

साउथ एशिया में पानी का बंटवारा हमेशा से संवेदनशील मुद्दा रहा है. भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में इंडस वाटर्स ट्रीटी यानी सिंधु जल समझौता हुआ था, लेकिन अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच ऐसा कोई समझौता नहीं है. ऐसे में अगर अफगानिस्तान ने पानी रोकने के लिए एकतरफा कदम उठाया, तो पाकिस्तान में हड़कंप मच सकता है. हालांकि इस मसले पर अभी तक तालिबान सरकार या पाकिस्तान की ओर से डैम या इस दावे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन अफगानिस्तान के इस फैसले से पाकिस्तान में पानी का संकट गहरा सकता है.

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भारत का सख्‍त रवैया बरकरार

भारत ने सिंधु जल समझौते पर सख्त रवैया बरकरार रखा है. खासकर पाकिस्तान से जुड़े आतंकी हमलों के बाद भारत ने ट्रीटी को होल्ड पर रखा है और अपने हिस्से के पानी का ज्यादा इस्तेमाल शुरू कर दिया है, जो पहले बिना उपयोग के पाकिस्तान चला जाता था. किशनगंगा और रतले जैसे हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स से भारत अब बिजली और सिंचाई के लिए पानी रोक रहा है. इससे पाकिस्तान की खेती, जो सिंधु जल समझौते पर बहुत निर्भर है, इस पर दबाव बढ़ रहा है.