इजरायल-ईरान के बीच कैसे हुआ सीजफायर, जानें क्या हैं शर्तें, व्हाइट हाउस ने जारी की पूरी डिटेल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि इजरायल और ईरान एक सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं. ट्रंप ने सोमवार को सोशल मीडिया पर कहा कि इजरायल और ईरान 24 घंटे में सीजफायर करने पर सहमत हो गए हैं.
Iran Israel Ceasefire: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि इजरायल और ईरान एक सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं. ट्रंप ने सोमवार को सोशल मीडिया पर कहा कि इजरायल और ईरान 24 घंटे में सीजफायर करने पर सहमत हो गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं दोनों देशों, इजरायल और ईरान को बधाई देना चाहूंगा कि उनके पास वह सहनशक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता है.
कैसे हुए सहमत?
AFP के हवाले से व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि इजरायल ने कहा है कि वह तब तक सीजफायर मानेगा जब तक ईरान कोई नया हमला नहीं करता. वहीं, ईरान ने संकेत दिया है कि वह आगे कोई हमला नहीं करेगा. ट्रंप ने अपने सोशल प्लेटफॉर्म पर अचानक यह घोषणा की. यह तब हुआ जब कुछ दिन पहले उन्होंने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले का आदेश दिया था.
व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रंप ने सोमवार दोपहर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की और सीजफायर का समझौता करवाया. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, मार्को रुबियो और दूत स्टीव विटकॉफ ने ईरान के साथ सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से बातचीत की. वेंस ने कहा कि ट्रंप ने पूरे दिन फोन पर बात कर इस समझौते के लिए मेहनत की.
क्या है कारण?
ट्रंप ने कहा कि यह युद्धविराम मंगलवार मध्यरात्रि से शुरू होगा. दोनों देशों को छह घंटे का समय मिलेगा ताकि वे अपने चल रहे मिशन को पूरा कर लें. ट्रंप ने इसे युद्ध का आधिकारिक अंत बताया और कहा कि यह सीजफायर हमेशा के लिए चल सकता है. हाल ही में ईरान ने कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइलें दागी थीं. इसके जवाब में अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था. इसके बाद तनाव बढ़ गया था, लेकिन अब शांति की कोशिश हो रही है.
क्या हैं शर्तें?
इजरायल की शर्त है कि ईरान कोई नया हमला न करे. ईरान ने कहा है कि वह तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन अगर अमेरिका ने कोई और हमला किया तो वह जवाब देगा. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा अब तक कोई सीजफायर नहीं हुआ है. अगर इजरायल हमले को रोकता है तो ईरान कोई जवाब नहीं देगा. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों देश ठीक कब से लड़ाई रोकेंगे. इजराल की सरकार ने अभी ट्रंप की घोषणा पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है.
जब ट्रंप ने यह घोषणा की, उसी समय ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य शहरों में ज़ोरदार धमाकों की खबर आई. ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश शांति चाहता है. इससे पहले ईरान ने कतर के सैन्य अड्डे पर हमला किया था. इसे रोक लिया गया था. कुल मिलाकर, ट्रंप की कोशिश से सीजफायर की उम्मीद जगी है, लेकिन शर्तें और समय अभी पूरी तरह साफ नहीं हैं.