लॉरेंस बिश्नोई गैंग को बड़ा झटका, कनाडा ने आतंकी संगठन घोषित किया, जब्त हो सकती है संपत्ति

लॉरेंस बिश्नोई गैंग को कानाडा की सरकार ने आतंकी संगठन घोषित कर दिया है. कनाडा के पब्लिक सेफ्टी मिनिस्टर गैरी आनंदसांगरी का कहना है कि यह फैसला उन समुदायों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए है, जो इस गैंग की आपराधिक गतिविधियों के निशाने पर हैं.

लॉरेंस बिश्नोई Image Credit: Image Credit source: Facebook

कनाडा की संघीय सरकार ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है. कनाडा की संघीय सरकार के पब्लिक सेफ्टी मिनिस्टर गैरी आनंदसांगरी ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि यह कदम उन समुदायों की सुरक्षा बढ़ाने और गैंग की आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए उठाया गया, जिससे कनाडाई नागरिक प्रभावित हो रहे हैं. पब्लिक सेफ्टी मिनिस्ट्री की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, “हर व्यक्ति को अपने घर और समुदाय में सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है. बिश्नाई गैंग की तरफ से किए जाने वाले अपराधों की अब रोकथाम हो पाएगी.”

मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि किसी भी तरह की हिंसा और आतंक को कनाडा में जगह नहीं दी जा सकती है. खासतौर पर उन्हें, जो किसी समुदाय विशेष को डर के माहौल में डालना चाहते हैं और धमकाते हैं. कनाडा की तरफ से यह कार्रवाई कनाडाई NSA नैथली ड्रौइन के दिल्ली दौरे और भारतीय NSA अजीत डोभाल से हुई मुलाकात के कुछ सप्ताह बाद हुई है.

दिल्ली में हुई बातचीत के दौरान दोनों NSA ने आतंक और सीमापार अपराध से निपटने के लिए द्विपक्षीय रिश्तों में नया अध्याय शुरू करने और निकटता से काम करने पर राजी हुए. वहीं, गैरी आनंदसांगरी ने कहा, बिश्नोई गैंग ने विशेष समुदायों को हिंसा और आतंक का निशाना बनाया. इस गैंग को आतंकी संगठन के तौर पर लिस्ट किए जाने से इस तरह के अपराधों से लड़ने के प्रभावी टूल्स मिलेंगे और रोकथाम आसान होगी.

अभी कहां हैं लॉरेंस बिश्नोई?

लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल भारत सरकार की गिरफ्त में है. वह गुजरात के साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है. उस पर हत्या सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं. हालांकि गैंग की गतिविधियां उसकी गिरफ्तारी के बावजूद भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी हैं, जिस कारण कनाडा ने इसे आतंकवादी सूची में शामिल किया है.

आतंकी घोषित करने से क्या होगा?

कनाडा में किसी संगठन को Terrorist Entity की सूची में डालने से सुरक्षा बलों को कई तरह के कानूनी और सुरक्षा उपायों पर काम करने का अधिकार मिल जाता है. आतंकी घोषित किए गए संगठन की संपत्ति, वाहन और बैंक खातों को जब्त या फ्रीज किया जा सकता है. इसके अलावा कनाडाई नागरिक या कोई भी व्यक्ति जो जानबूझकर उस संगठन की संपत्ति से लाभ लेता है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता खुल जाता है.

क्यों अहम है यह कदम

पिछले साल Royal Canadian Mounted Police (RCMP) ने आरोप लगाया था कि भारतीय एजेंट Lawrence Bishnoi गैंग के साथ मिलकर कनाडाई जमीन पर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे थे. इस कदम से कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों को गैंग की फाइनेंसिंग, यात्रा और भर्ती नेटवर्क पर नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी.