अमेरिका के लिए अगला ‘ईरान’ बनेगा पाकिस्तान, न्यूक्लियर ICBM बढ़ा सकती हैं ‘अंकल सैम’ की चिंता?

अमेरिकी खुफिया आकलनों के मुताबिक पाकिस्तान ऐसी मिसाइलें बनाने में जुटा है, जो अमेरिका तक न्यूक्लियर वारहेड ले जाने में सक्षम हों. अब तक पाकिस्तान कहता आया है कि उसके परमाणु हथियार भारत से बचाव के लिए हैं. लेकिन, नए खुफिया आकलनों से अमेरिकी डिफेंस सर्कल में हलचल मच गई है.

पाकिस्तान बना रहा ICBM मिसाइल Image Credit: Money9live

अमेरिका के लिए दुनिया का हर वह देश खतरा है, जो उसकी जमीन तक परमाणु हमला करने में सक्षम है. इस फेरहिस्त में जल्द ही पाकिस्तान का नाम भी जुड़ सकता है. यह जानकारी भी अमेरिकी खुफिया आकलनों के आधार पर सामने आई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से खुफिया आकलनों के आधार पर जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान ICBM यानी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल तैयार कर रहा है, जो अमेरिकी जमीन तक न्यूक्लियर वेपन से हमला करने में सक्षम हो सकती हैं.

अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान का ICBM कार्यक्रम क्षेत्रीय विकास और वैश्विक शक्ति गतिशीलता के समीकरणों को बदल सकता है. वहीं, अब तक पाकिस्तान का दावा रहा है कि उसका न्यूक्लियर आर्सेनल केवल भारत के खिलाफ बचाव का उपाय है. लेकिन, अमेरिकी अधिकारियों को अब संदेह होने लगा है कि पाकिस्तान का आईसीबीएम कार्यक्रम अमेरिकी सैन्य कार्रवाइयों का मुकाबला करने के लिए है. यह पाकिस्तान की परमाणु रणनीति में एक बड़ा बदलाव है, जो अमेरिका के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है.

क्यों अमेरिका के लिए खतरा हैं ICBM?

ICBM ऐसी मिसाइलों को कहा जाता है, तो पांच हजार किलोमीटर की दूरी तक न्यूक्लियर वारहेड के साथ हमला करने में सक्षम होती हैं. इसके अलावा ज्यादातर मौजूदा ICBM में MIRV यानी मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल की क्षमता होती है, जिससे इन्हें एक बार लॉन्च कर कई ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है. आईसीबीएम को उनकी व्यापक रेंज और विनाशकारी क्षमता के कारण रणनीतिक हथियार माना जाता है. तकनीकी रूप से पारंपरिक और जैविक हथियार ले जाने में सक्षम इन ज्यादातर मिसाइलों को परमाणु युद्ध के लिए कॉन्फिगर किया जाता है.

किन देशों के पास ICBM?

फिलहाल दुनिया में एक्टिव आईसीबीएम आर्सेनल रखने वाले देशों में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, इजरायल और उत्तर कोरिया शामिल हैं. वहीं, अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान बहुत जल्द यह क्षमता हासिल कर सकता है.

क्यों बढ़ेगी अमेरिका की चिंता?

अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक अगर पाकिस्तान ICBM तैयार कर लेता है, और अमेरिका उसकी जद में आ जाता है, तो अमेरिका को पाकिस्तान को लेकर अपनी नीतियों में पूरी तरह से बदलाव करना होगा. ऐतिहासिक रूप से अमेरिका कभी ऐसे देशों के साथ करीबी सैन्य सहयोग नहीं रखता है, जो अमेरिका पर हमला करने में सक्षम हथियार रखते हैं. अगर ऐसा होता है, तो अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को एक रणनीतिक परमाणु खतरे के रूप में पहचाना जाएगा, जैसा कि अभी उत्तर कोरिया और ईरान की पहचान है. इसके अलावा अमेरिका पर परमाणु हमले में सक्षम रूस, चीन, उत्तर कोरिया और ईरान के साथ पाकिस्तान करीबी रिश्ते रखता है. ऐसे में पाकिस्तान की ICBM क्षमता अमेरिका को रणनीतिक रूप से कमजोर बनाएगी.