ट्रंप चाहते हैं ‘मेक ईरान ग्रेट अगेन’, कहा- खामेनेई को सत्ता से बेदखल करने का ‘मन’ नहीं

इजरायल-ईरान के बीच ट्रंप पिछले 24 घंटे में कई बार सीजफायर का ऐलान कर चुके हैं. पिछले कुछ दिनों में ट्रंप ने लगातार कई मुद्दों पर अपना स्टैंड और बयान बदला है. अब ट्रंप ईरान में सत्ता परिवर्तन के इरादे से भी पलट गए हैं. ट्रंप का कहना है कि वे ईरान में 'रिजीम चेंज' नहीं चाहते हैं.

ट्रंप Image Credit: PTI

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप MAGA ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ कैंपेन के दम पर चुनावों में जीतकर आए. अब ट्रंप इसी तर्ज पर MIGA यानी मेक ईरान ग्रेट अगेन का नारा लगा रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले 24 घंटे में कई बार ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान किया है. हालांकि, इसके बाद भी दोनों देशों के बीच धमाकों की आवाजें आई हैं. इस सबके बीच ट्रंप का कहना है कि अब ईरान को फिर से महान बनाया जाना चाहिए. इसके साथ ही ट्रंप अब ईरान के सर्वोच्च लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को न तो ‘न्यूट्रलाइज’ करना चाहते हैं, न ईरान में ‘रिजीम चेंज’ का मन है.

CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंंप ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वे ईरान में शासन परिवर्तन नहीं चाहते, क्योंकि वे अराजकता नहीं देखना चाहते. ट्रंप ने कहा, “शासन परिवर्तन के लिए अराजकता जरूरी होती है और आदर्श रूप से हम इतनी अराजकता नहीं देखना चाहते.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “ईरानी बहुत अच्छे व्यापारी हैं और उनके पास बहुत सारा तेल है. उन्हें अब पुनर्निर्माण करना चाहिए, अच्छा काम करना चाहिए. मेक ईरान ग्रेट अगेन.”

पहले क्या बोले ट्रंप?

इससे पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, “रिजीम चेंज” शब्द का प्रयोग करना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन यदि वर्तमान ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में असमर्थ है, तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा??? MIGA!!!

इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि ईरान के सर्वोच्च लीडर खामेनेई जहां छिपे हैं, उसकी अमेरिका के पास सटीक जानकारी है. अमेरिका उन्हें जब चाहे मार सकता है, लेकिन अभी के लिए ऐसा नहीं कर रहा है. इसके बाद ट्रंप ने ईरान में सत्ता परिवर्तन के विचार को भी समर्थन दिया था.

चीन खरीद सकता है ऑयल

इसके साथ ही ट्रंप ने एक और पोस्ट में कहा कि अब इजरायल और ईरान के बीच शांति स्थापित हो चुकी है. अब चीन ईरान से तेल खरीदना जारी रख सकता है. उम्मीद है कि चीन अमेरिका से भी खूब तेल खरीदेगा.

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