टेक कंपनियों को राहत, चीन से आने वाले चिप्स पर ट्रंप का टैरिफ फिलहाल टला, 2027 से लागू होगा फैसला
अमेरिका ने चीन से आने वाले सेमीकंडक्टर चिप्स पर टैरिफ लगाने का फैसला किया है लेकिन इसे जून 2027 तक टाल दिया गया है. अमेरिकी सरकार का कहना है कि चीन चिप इंडस्ट्री में दबदबा बनाने की कोशिश कर रहा है जिससे अमेरिकी कारोबार प्रभावित हो रहा है. टैरिफ की दर लागू होने से कम से कम 30 दिन पहले घोषित की जाएगी.
US China Trade: अमेरिका और चीन के बीच सेमीकंडक्टर को लेकर तनाव एक बार फिर चर्चा में है. अमेरिकी सरकार ने चीन से आने वाले चिप्स पर टैरिफ लगाने का फैसला किया है. हालांकि इस पर तुरंत अमल नहीं होगा. ट्रंप प्रशासन ने साफ किया है कि यह टैरिफ जून 2027 से लागू किया जाएगा. सरकार का कहना है कि चीन चिप इंडस्ट्री में दबदबा बनाने की कोशिश कर रहा है. इससे अमेरिकी कारोबार को नुकसान हो रहा है.
चीन पर अमेरिका की आपत्ति
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी ने कहा है कि चीन सेमीकंडक्टर सेक्टर में एकतरफा बढ़त बनाना चाहता है. यह तरीका अमेरिका के लिए नुकसानदेह है. अमेरिका का आरोप है कि इससे घरेलू कंपनियों पर दबाव बढ़ता है. इसी आधार पर टैरिफ को जायज ठहराया गया है. यह जांच करीब एक साल तक चली. इसकी शुरुआत पहले की सरकार ने की थी.
2027 से पहले होगी टैरिफ की घोषणा
सरकार ने कहा है कि टैरिफ की रेट जून 2027 से पहले लागू नहीं होगी. इसकी जानकारी कम से कम 30 दिन पहले दे दी जाएगी. इसका मतलब है कि कंपनियों को तैयारी का समय मिलेगा. फिलहाल चिप इंडस्ट्री को तुरंत झटका नहीं लगेगा. यह फैसला इंडस्ट्री जगत के लिए राहत माना जा रहा है.
रिश्तों में नरमी की कोशिश
यह कदम चीन के साथ तनाव कम करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. हाल के समय में चीन ने रेयर अर्थ मेटल्स के एक्सपोर्ट पर रोक लगाई है. इन मेटल्स की जरूरत टेक कंपनियों को होती है. अमेरिका इन प्रतिबंधों को टालने के लिए बातचीत कर रहा है. इसी वजह से टैरिफ को आगे बढ़ाया गया है.
टेक एक्सपोर्ट नियमों में भी ढील
चीन से बातचीत के दौरान अमेरिका ने कुछ टेक्निकल नियमों को भी टाला है. पहले से ब्लैकलिस्टेड चीनी कंपनियों पर सख्त नियम लागू होने थे. इन्हें फिलहाल आगे बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही Nvidia के कुछ एडवांस AI चिप चीन भेजने की समीक्षा चल रही है. इस पर अमेरिका में मतभेद भी हैं.
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आगे क्या हो सकता है
अमेरिका एक और जांच कर रहा है जो चिप इंपोर्ट से जुड़ी है. इससे कई टेक प्रोडक्ट पर टैरिफ लग सकता है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अभी तुरंत टैरिफ लगाने की संभावना कम है. चिप इंडस्ट्री फिलहाल इस जांच के नतीजे का इंतजार कर रही है. आने वाले समय में अमेरिका चीन व्यापार नीति और साफ हो सकती है.