UAE Golden Visa Vs Saudi Green Card: कौन सा वीजा है ज्यादा दमदार? जानें कौन देता है बेहतर सेटलमेंट और सिक्योरिटी
अगर आपने कभी गल्फ में काम किया है या वहां बसने का सपना देखते हैं, तो यह सवाल आना लाजमी है कि क्या Gulf अब भी सिर्फ कमाओ और लौट जाओ वाला मॉडल है, या अब सच में बसने का मौका मिल रहा है. आइए समझते हैं.
कभी गल्फ देशों में रहने का मतलब बिल्कुल साफ होता था कि कुछ साल काम करो, अच्छा पैसा कमाओ और फिर अपने देश लौट जाओ. यहां बसना आसान नहीं था, क्योंकि बाहर से आए लोगों को स्थायी रूप से रहने की इजाजत ही नहीं मिलती थी. लेकिन अब हालात बदल रहे हैं. तेल पर निर्भर इकोनॉमी की सीमाएं समझ आने के बाद UAE और सऊदी अरब दोनों को एहसास हुआ कि अगर दुनिया का टॉप टैलेंट और बड़ी कैपिटल यहां लानी है, तो सिर्फ नौकरी देना काफी नहीं होगा. लोगों को लंबी अवधि की सुरक्षा, सम्मान और रोकने की स्थिरता भी देनी होगी. इसी सोच से 2019 में UAE Golden Visa और Saudi Premium Residency (सऊदी ग्रीन कार्ड) की शुरुआत हुई.
वैसे तो देखने में ये दोनों स्कीमें एक जैसी लग सकती हैं, लेकिन असल में इनका विजन, लाइफस्टाइल और फ्यूचर की दिशा काफी अलग है. ऐसे में अगर आपने कभी गल्फ में काम किया है या वहां बसने का सपना देखते हैं, तो यह सवाल आना लाजमी है कि क्या Gulf अब भी सिर्फ कमाओ और लौट जाओ वाला मॉडल है, या अब सच में बसने का मौका मिल रहा है. आइए समझते हैं.
UAE के वीजा का क्या है प्लान
2018 तक UAE एक ग्लोबल हब बन चुका था. फाइनेंस, टेक, हेल्थकेयर, मीडिया और लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर में दुनिया भर के प्रोफेशनल्स काम कर रहे थे. लेकिन दिक्कत यह थी कि ज्यादातर लोग 2 से 3 साल के वर्क वीजा पर टिके रहते थे. इससे न तो परिवार स्थिर हो पाता था और न ही लोग लंबी अवधि की प्लानिंग कर पाते थे.
2019 में Golden Visa की शुरुआत निवेश को ध्यान में रखकर हुई थी, लेकिन 2021 से 2025 के बीच इसका फोकस साफ तौर पर बदल गया. अब प्राथमिकता सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि टैलेंट को रोकना बन गई. डॉक्टर, वैज्ञानिक, इंजीनियर, क्रिएटिव प्रोफेशनल, डिजिटल क्रिएटर्स और यहां तक कि ह्यूमैनिटेरियन वॉलंटियर्स तक को इसमें शामिल किया गया. यह बदलाव दिखाता है कि UAE अब सिर्फ ट्रांजैक्शन वाली इकॉनमी नहीं, बल्कि नॉलेज-बेस्ड इकॉनमी बनना चाहता है.
सऊदी अरब का Saudi Premium Residency प्लान
सऊदी अरब में लंबे समय तक विदेशी नागरिकों की मौजूदगी बेहद सख्त नियमों में बंधी रही. 2019 में Premium Residency लाई गई, जो Kingdom के बड़े सुधार एजेंडे और Vision 2030 का अहम हिस्सा है. इसका मकसद स्पॉन्सरशिप सिस्टम से राहत देना और योग्य विदेशियों को ज्यादा सुरक्षा देना था. शुरुआत में इसके ऑप्शन सीमित थे, लेकिन 2024 में इसे बढ़ाकर सात कैटेगरी कर दिया गया. अब इसमें एक्सेप्शनल टैलेंट, निवेशक, उद्यमी और प्रॉपर्टी ओनर भी शामिल हैं. UAE की तुलना में यह स्कीम ज्यादा फाइनेंशियल-फोकस्ड है, लेकिन बदले में ज्यादा स्थायित्व देती है.
UAE Golden Visa लेने की क्या है योग्यता ?
2025 तक UAE Golden Visa में 12 से ज्यादा कैटेगरी हैं और कई में निवेश की जरूरत ही नहीं है. निवेशकों के लिए AED 20 लाख (करीब 5.45 लाख डॉलर) की प्रॉपर्टी का ऑप्शनल है, जो एक या कई संपत्तियों में हो सकता है और कुछ शर्तों के साथ लोन पर भी लिया जा सकता है. वहीं बिजनेस और स्टार्टअप करने वालों के लिए करीब AED 5 लाख की कैपिटल या किसी मान्यता प्राप्त इनक्यूबेटर का सपोर्ट जरूरी होता है.
अगर हाई-स्किल्ड प्रोफेशनल्स जैसे डॉक्टर, वैज्ञानिक, इंजीनियर, AI एक्सपर्ट और सीनियर एग्जिक्यूटिव्स के लिए आमतौर पर सैलरी आधारित पात्रता होती है, जिसमें AED 30,000 से 50,000 मासिक वेतन माना जाता है और किसी कैपिटल इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं होती. यही वजह है कि Golden Visa प्रोफेशनल्स और परिवारों के लिए ज्यादा सुलभ है. यह 5 या 10 साल के लिए मिलती है, आसानी से रिन्यू हो जाती है और सबसे बड़ा फायदा यह है कि बाहर कितने समय रहते हैं, इसकी कोई सख्त सीमा नहीं है.
क्या है सऊदी अरब का Saudi Premium Residency प्लान?
सऊदी अरब में विकल्प कम हैं, लेकिन शर्तें बिल्कुल साफ हैं. यहां दो मुख्य तरह की रेजीडेंसी है पहला स्टेबल पीरियड और अनलिमिटेड पीरियड. स्टेबल पीरियड 1 से 5 साल तक की होती है, जो हर साल रिन्यू होती है और इसका सालाना शुल्क SAR 1 लाख है. अगर कोई 5 साल या उससे ज्यादा के लिए आवेदन करता है, तो उसे थोड़ी छूट भी मिल सकती है. दूसरी तरफ स्थायी या अनलिमिटेड Premium Residency है, जिसके लिए एकमुश्त SAR 8 लाख का शुल्क देना होता है. यह जीवन भर के लिए होती है और बार-बार रिन्यू कराने की झंझट नहीं रहती. हालांकि, इसका असली फायदा तभी मिलता है जब आप वास्तव में सऊदी अरब को अपना स्थायी बेस बनाते हैं.
किसका दायरा बड़ा, किसकी पकड़ मजबूत
UAE Golden Visa में रास्ते ज्यादा हैं और योगदान को भी अहमियत दी जाती है. यहां पैसा ही सब कुछ नहीं, बल्कि आपकी स्किल, काम और प्रोफेशनल वैल्यू भी मायने रखती है. वहीं Saudi Premium Residency में रास्ते कम हैं, लेकिन जो लोग चुने जाते हैं, उन्हें ज्यादा स्थायित्व मिलता है. यहां इनकम, संपत्ति और बैकग्राउंड चेक काफी सख्त होते हैं.
कौन है बेहतर ?
UAE Golden Visa मोबाइल लाइफस्टाइल के लिए बेहतर है. आप लंबे समय तक बाहर रह सकते हैं और वीजा कैंसिल होने का डर नहीं होता. Saudi Premium Residency खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो सऊदी अरब में स्थायी तौर पर बसना चाहते हैं. लंबी गैरहाजिरी पर कुछ सुविधाएं सीमित हो सकती हैं, लेकिन लाइफटाइम स्टेटस बना रहता है.
टैक्स के मामले में कौन सा देश बेहतर?
दोनों देशों में पर्सनल इनकम टैक्स नहीं है. UAE में 9 फीसदी कॉरपोरेट टैक्स है, लेकिन 40 से ज्यादा फ्री जोन हैं, जहां कई मामलों में 0 फीसदी टैक्स मिलता है और VAT सिर्फ 5 फीसदी है. सऊदी अरब में बिजनेस पर टैक्स या जकात लगती है और VAT 15 फीसदी है. हालांकि, Vision 2030 से जुड़े सेक्टर में काम करने वालों को खास इंसेंटिव भी मिलते हैं.
लाइफस्टाइल के मामले में कौन बेहतर ?
लाइफस्टाइल की बात करें तो UAE महंगा जरूर है, लेकिन बेहद सुविधाजनक और मल्टीकल्चरल है.सऊदी अरब में घर बड़े हैं, कई जगह किराया कम है और स्कूल व एंटरटेनमेंट के विकल्प तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर आपको फ्लेक्सिबिलिटी, ग्लोबल कनेक्टिविटी और इंटरनेशनल या रिमोट बिजनेस का फायदा चाहिए, तो UAE Golden Visa बेहतर ऑप्शन है. वहीं
अगर आप लंबे समय के लिए सऊदी अरब में बसने का मन बना चुके हैं, लोकल बिजनेस या बड़े निवेश की योजना है और लाइफटाइम स्टेटस चाहते हैं, तो Saudi Premium Residency बेहतर हो सकता है.
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