ट्रंप के आते ही बढ़ेगी महंगाई, घटेंगी नौकरियां, जानें कितना बच पाएगा भारत !
ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने की धमकी दी है. उन्होंने कहा है कि अपने प्रशासन के पहले दिन ही मैक्सिकन और कनाडाई इंपोर्ट पर 25 फीसदी टैरिफ और चीनी गुड्स पर अतिरिक्त 10 फीसदी टैरिफ लगाने वाले एक एक्जूक्यूटिव आर्डर पर साइन करेंगे. इस फैसले से चिंताओं को बढ़ना लाजमी है.
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर दुनिया में असमंजस की स्थिति है. लोग अभी समझ नहीं पा रहे हैं कि वे क्या करने वाले हैं और कैसे करेंगे. 20 जनवरी 2025 को अपने पदभार संभालते ही उन्होंने तीन बड़े व्यापारिक साझेदार—कनाडा, मैक्सिको और चीन—पर टैरिफ लगाने की धमकी दी है. ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी टैरिफ को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया था.
उन्होंने कहा है कि अपने प्रशासन के पहले दिन ही मैक्सिकन और कनाडाई इंपोर्ट पर 25 फीसदी टैरिफ और चीनी गुड्स पर अतिरिक्त 10 फीसदी टैरिफ लगाने वाले एक एक्जूक्यूटिव आर्डर पर साइन करेंगे. इस फैसले से चिंताओं को बढ़ना लाजमी है. लेकिन इस फैसले से दुनिया के इनोनॉमी पर क्या हाल होगा और भारत के लिए फायदा है या नुकसान यही जानने के लिए हमने बात की HDFC बैंक के पूर्व चीफ इकोनॉमिस्ट एंड एक्जक्यूटिव और वाइस प्रेसिडेंट अभीक बरूआ से.
ग्लोबल इकोनॉमी पर प्रभाव
ट्रंप की टैरिफ नीति ने सभी को हैरान कर रखा है. हालांकि उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान इस पर खुलकर बात की थी, लेकिन उनकी टैरिफ नीति का ग्लोबल इकोनॉमी पर क्या असर होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए एचडीएफसी बैंक के पूर्व चीफ इकोनॉमिस्ट एंड एक्जक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट अभीक बरुआ ने कहा कि इसका सबसे बड़ा प्रभाव ग्लोबल इकोनॉमी में ट्रेड पर पड़ेगा. अमेरिका सबसे बड़ा खरीदार है, और यदि वह अपने प्रमुख व्यापारिक साझेदारों और चीन पर टैरिफ लगाता है, तो अंतरराष्ट्रीय व्यापार में गिरावट आएगी.
उन्होंने यह भी कहा कि इस कदम से महंगाई बढ़ेगी, क्योंकि अन्य अर्थव्यवस्थाएं भी इसका जवाब टैरिफ के जरिए ही देंगी. यदि अमेरिका टैरिफ बढ़ाता है, तो चीन भी टैरिफ बढ़ाएगा, जिससे महंगाई का दबाव बढ़ेगा. ऐसे हालात में मुख्य रूप से दो चीजें होंगी—महंगाई बढ़ेगी और वैश्विक व्यापार घटेगा.
अमेरिका को लाभ या हानि
अमेरिका को इस फैसले से क्या फायदा होगा? इस पर अभीक बरुआ ने कहा कि कोई भी अर्थशास्त्री यह बताएगा कि टैरिफ से किसी भी अर्थव्यवस्था को लॉन्ग टर्म में लाभ होना मुश्किल है. इससे अमेरिका को पहले थोड़ा फायदा हो सकता है, लेकिन लंबे समय में नुकसान निश्चित है.
जॉब पर इम्पैक्ट
यदि ट्रंप मैक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लगाते हैं, तो मैक्सिको भी जवाबी कार्रवाई करेगा. मैक्सिको का कहना है कि इस कदम से अमेरिकी वाहन निर्माताओं को नुकसान होगा. मैक्सिको ने चेतावनी दी है कि इस फैसले से 4,00,000 अमेरिकी नौकरियां खत्म हो जाएंगी और अमेरिकी लोगों के लिए कीमतें बढ़ जाएंगी.
जॉब मार्केट पर प्रभाव के बारे में अभीक बरुआ ने बताया कि ट्रंप का मानना है कि टैरिफ से अमेरिका को प्रोटेक्शन मिलेगा और अमेरिकी श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. इससे चीनी और मैक्सिकन श्रमिकों से प्रतिस्पर्धा कम हो जाएगी. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि टैरिफ की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था धीमी हो सकती है, जिसका अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
शुरुआती दौर में कुछ लाभ हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में अमेरिकी अर्थव्यवस्था धीमी हो जाएगी और नौकरियों में कमी आ सकती है.
भारत को लाभ या हानि
ट्रंप भारत को लेकर कई मौकों पर बयान दे चुके हैं. अगर वे टैरिफ बढ़ाते हैं, तो भारत पर इसका क्या असर होगा? इस पर अभीक बरुआ ने कहा कि यह कहना अभी मुश्किल है. हालांकि, ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच अच्छे संबंध हैं. यदि ट्रंप चीन के खिलाफ इतने सारे कदम उठा रहे हैं, तो भारत को इससे फायदा हो सकता है. उदाहरण के लिए, अगर अमेरिका चीन से सामान नहीं खरीदेगा, तो वह भारत से खरीद सकता है, जिससे ‘मेक इन इंडिया’ को भी प्रोत्साहन मिल सकता है.