कार का हीटर सही तरीके से चलाना क्यों जरूरी? सर्दी में सेफ ड्राइविंग के लिए जानें सबसे जोरदार ट्रिक्स
Car Heater Use Winter Tips: हीटर का गलत उपयोग न केवल विंडशील्ड फॉग को बढ़ाता है, बल्कि इंजन पर अनावश्यक दबाव और ईंधन खपत भी बढ़ा सकता है. ऑटो एक्सपर्ट्स के अनुसार, सर्दी में हीटर को समझदारी से इस्तेमाल करना कार की परफॉर्मेंस और सुरक्षा दोनों के लिए बेहद जरूरी है.
Car Heater Use Winter Tips: सर्दियों की शुरुआत के साथ गाड़ियों में हीटर का इस्तेमाल बढ़ जाता है, लेकिन ज्यादातर ड्राइवर इसे चलाने के सही तरीके से वाकिफ नहीं होते. हीटर का गलत उपयोग न केवल विंडशील्ड फॉग को बढ़ाता है, बल्कि इंजन पर अनावश्यक दबाव और ईंधन खपत भी बढ़ा सकता है. ऑटो एक्सपर्ट्स के अनुसार, सर्दी में हीटर को समझदारी से इस्तेमाल करना कार की परफॉर्मेंस और सुरक्षा दोनों के लिए बेहद जरूरी है.
कैसे ऑन करें हीटर?
कार ठंडी होने पर हीटर को तुरंत तेज चालू करने की गलती कई लोग करते हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि इंजन स्टार्ट करने के बाद कम से कम 30–60 सेकेंड तक इसे आइडल पर चलने दें, जिससे कूलैंट हल्का गर्म होकर हीटर सिस्टम को सपोर्ट दे सके. इसके बाद फैन स्पीड कम से शुरू करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं.
अगर कार में ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल है, तो Auto मोड चुनना सबसे बेहतर माना जाता है. वहीं, एयर मोड को फर्श और विंडशील्ड की दिशा में सेट करने से गर्म हवा जल्दी फैलती है और शीशे पर भाप भी नहीं जमती.
फॉग हटाने के लिए हीटर + AC का सही कॉम्बिनेशन
सर्दियों में सबसे आम समस्या है विंडशील्ड पर जमा फॉग. इसे हटाने के लिए सिर्फ हीटर काफी नहीं होता. इसके लिए AC (डिह्यूमिडिफ़ायर मोड) को साथ में चलाना जरूरी है, जिससे हवा की नमी कम हो जाती है और शीशा साफ होता है.
डिफ्रॉस्ट मोड के साथ फ्रेश एयर यानी बाहर की हवा का इस्तेमाल सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है. यह शीशे की सफाई को तेज करता है और केबिन में धुंध के दोबारा जमने की संभावना घटाता है.
इंजन व माइलेज पर असर: क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
पेट्रोल और डीजल कारों में हीटर इंजन कूलैंट की गर्मी का उपयोग करता है, इसलिए लंबे समय तक हीटर को तेज रखना ईंधन पर थोड़ा असर डाल सकता है. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि जैसे ही कार केबिन आरामदायक तापमान पर पहुंच जाए, फैन स्पीड और तापमान को थोड़ा कम कर दें.
इलेक्ट्रिक वाहनों में हीटर बैटरी ड्रेन बढ़ा देता है, इसलिए सीट हीटर या स्टीयरिंग हीटर ज्यादा कारगर विकल्प हैं.
नियमित मेंटेनेंस से बढ़ेगी हीटिंग क्षमता
कैबिन एयर फिल्टर, कूलैंट लेवल, हीटर कोर और ब्लोअर मोटर की समय-समय पर जांच बेहद जरूरी है. बदबू, ठंडी हवा या अजीब आवाजें अक्सर इन पार्ट्स में खराबी का संकेत होती हैं.
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सर्दियों में हीटर की परफॉर्मेंस कम होते ही तुरंत सर्विस कराना चाहिए, ताकि सफर सुरक्षित और आरामदायक बना रहे.