अगर आप भी बदलने जा रहे हैं अपनी कार की बैटरी, खरीदने से पहले जरूर चेक करें ये चीजें
New Car Battery Buying Guide: बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग डेट यानी वह कब बनी थी,यह जानना अहम है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबे समय तक स्टॉक में पड़ी पुरानी बैटरी खरीदने से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. कार बैटरी सही समय पर और सही स्थिति में खरीदना गाड़ी की परफॉर्मेंस के लिए जरूरी है.
New Car Battery Buying Guide: अगर आप अपनी कार की बैटरी बदलने जा रहे हैं, तो सिर्फ ब्रांड और कीमत देखना काफी नहीं है. बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग डेट यानी वह कब बनी थी, यह जानना उतना ही अहम है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबे समय तक स्टॉक में पड़ी पुरानी बैटरी खरीदने से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं और अक्सर यह नुकसान तब पता चलता है जब वापसी की समयसीमा खत्म हो चुकी होती है.
क्या हो सकते हैं नुकसान?
बैटरी जल्दी खराब होना: समय के साथ बैटरी डिस्चार्ज और सल्फेशन (Sulphation) से प्रभावित होने लगती है, चाहे वह इस्तेमाल हुई हो या नहीं. 6–12 महीने पुरानी बैटरी की परफॉर्मेंस पहले से घट चुकी होती है.
चार्जिंग क्षमता में कमी: लंबे समय तक बिना चार्ज रखी गई बैटरी 100% चार्ज पकड़ नहीं पाती, जिससे कार की स्टार्टिंग पावर कमजोर हो सकती है और बैकअप कम हो जाता है.
स्टार्टिंग और इलेक्ट्रिकल ट्रबल: पुरानी बैटरी कार स्टार्ट करने में दिक्कत दे सकती है और लाइट, म्यूजिक सिस्टम जैसे इलेक्ट्रॉनिक फीचर्स प्रभावित हो सकते हैं.
नुकसान का देर से पता चलना: कई बार पुरानी बैटरी कुछ ही हफ्तों में जवाब दे देती है, और तब तक वारंटी क्लेम करने का समय निकल चुका होता है.
कैसे बचें इन परेशानियों से?
- बैटरी पर प्रिंटेड मैन्युफैक्चरिंग कोड देखें (जैसे F5 = जून 2025).
- वारंटी कार्ड में तारीख सही से लिखवाकर दुकानदार से साइन और स्टैम्प लें.
- 12V बैटरी का वोल्टेज खरीदते समय चेक करें. कम से कम 12.4V या उससे ज्यादा होना चाहिए.
- भरोसेमंद और अधिकृत डीलर से ही बैटरी खरीदें.
इस बात रखें खास ध्यान
कार बैटरी सही समय पर और सही स्थिति में खरीदना न सिर्फ गाड़ी की परफॉर्मेंस के लिए जरूरी है, बल्कि आपकी जेब को भी महंगे रिप्लेसमेंट खर्च से बचाता है. बैटरी जब भी बदलवाएं, तो उसकी फिटिंग गाड़ी में सही तरीके से करवाएं. क्योंकि अगर कोई भी वायर गड़बड़ हुआ, तो भारी नुकसान हो सकता है.