महंगा हो सकता है मोबाइल का रिचार्ज, प्रीपेड टैरिफ बढ़ाने की तैयारी कर रहीं टेलीकॉम कंपनियां

टेलिकॉम सेक्टर में रेवेन्यू ग्रोथ घटने के बीच Airtel, Vi और BSNL ने चुनिंदा प्रीपेड प्लानों के रेट बढ़ाए हैं. दिसंबर में पूरे सेक्टर में 15% टैरिफ हाइक की उम्मीद है. 1.5GB/दिन वाले 28-दिन प्लान में 50 रुपये तक की बढ़ोतरी संभव है. Vi ने वार्षिक और 84-दिन प्लानों को महंगा किया, Jio फिलहाल चुप.

टेलीकॉम् Image Credit: Manish Rajput/Moment/Getty Images

नवंबर से रिलायंस जियो को छोड़कर सभी टेलीकॉम कंपनियों ने चुनिंदा प्रीपेड प्लानों के रेट संशोधित करने शुरू कर दिए हैं. सेक्टर में पिछले चार तिमाहियों की तुलना में रेवेन्यू ग्रोथ धीमी पड़ने लगी है. ET की रिपोर्ट के मुताबिक रेवेन्यू ग्रोथ में सुस्ती की वजह से इंडस्ट्री में व्यापक टैरिफ हाइक की उम्मीदें अगले कुछ हफ्तों में तेज हो गई हैं.

रेवेन्यू ग्रोथ घटने से दबाव

सितंबर तिमाही में एग्रीगेट रेवेन्यू ग्रोथ 14-16% से गिरकर 10% पर आ गई. दिसंबर तिमाही में यह और नीचे जाने का अनुमान है. ब्रोकरेज हाउसेज का मानना है कि महंगाई स्थिर रहने और बड़े चुनाव न होने से कंपनियां दिसंबर में टैरिफ बढ़ोतरी के अगले चक्र में प्रवेश कर सकती हैं. विश्लेषकों के अनुसार, पूरे सेक्टर में 15% की बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

Vi और Airtel ने बढ़ाया टैरिफ

वोडाफोन आइडिया (Vi) ने अपने सालाना 1999 रुपये के प्लान को 12% महंगा किया है, जबकि 84-दिन वाले 509 रुपये प्लान की कीमत 7% बढ़ाई है. भारती एयरटेल ने भी अपना बेसिक वॉइस-ओनली पैक 189 रुपये से बढ़ाकर 199 रुपये कर दिया है. सरकारी BSNL ने कीमतें बढ़ाए बिना ही कुछ लो-एंड प्लानों की वैलिडिटी कम कर दी, जिससे इनकी इफेक्टिव कॉस्ट बढ़ गई है.

50 रुपये बढ़ोतरी संभव

मोतिलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, लोकप्रिय 1.5GB डेटा वाले 28 दिन के प्लान में करीब 50 रुपये की बढ़ोतरी की संभावना है. इससे कंपनियों के EBITDA मार्जिन पर सकारात्मक असर पड़ सकता है.

Vi के यूजर बेस पर असर

ET विश्लेषकों के मुताबिक, Vi ने अपने लो-एंड यूजर्स का बड़ा हिस्सा Airtel और Jio को खो दिया है, लेकिन कुछ पुराना और वफादार यूजर बेस अभी भी जुड़ा हुआ है. इन्हीं के बीच सालाना प्लान काफी लोकप्रिय हैं. पहले Vi के 5G न होने से ये प्लान सस्ते रखे गए थे, लेकिन अब कीमतें प्रतिस्पर्धियों के बराबर लाई जा रही हैं. कंपनी ने संकेत दिया है कि अगली बड़ी बढ़ोतरी पिछले चक्र जितनी ही होगी, लेकिन यह पिछली बढ़ोतरी के 15 महीने बाद ही लागू की जाएगी.