Tesla ने भारतीय ग्राहकों को लुभाने के लिए चला नया दांव, कहा- Model Y खरीदकर बचा सकते हैं 20 लाख, जानें कैसे

टेस्ला ने भारत में अपनी कार बेचने को लेकर नया दांव चला है. कंपनी ने कहा है कि Model Y खरीदकर ग्राहक 4-5 वर्षों में ईंधन और मेंटेनेंस के खर्च में लगभग ₹20 लाख बचा सकते हैं. कीमतों और सीमित ईवी मांग की चुनौतियों के बावजूद, टेस्ला भारतीय लग्जरी ईवी बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है.

टेस्ला Image Credit: Tesla

टेस्ला ने भारत में अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए एक नया दावा किया है. कंपनी का कहना है कि Tesla Model Y खरीदने वाले भारतीय ग्राहक अगले 4 से 5 वर्षों में लगभग ₹20 लाख की बचत कर सकते हैं. कंपनी के मुताबिक, ईंधन और मेंटेनेंस खर्च में ये बचत की जा सकती है. कंपनी का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने से पेट्रोल वाहनों की तुलना में खर्च काफी कम होता है और इससे लंबी अवधि में भारी लाभ मिलता है.

भारत में लॉन्च के बाद से बिकी हैं 140 कार

भारतीय कार बाजार हमेशा से प्राइस सेंसटिव रहा है लेकिन टेस्ला अपनी को कार को लॉन्ग-टर्म वैल्यू के रूप में पेश कर रही है. इस साल जुलाई के मध्य से बुकिंग शुरू होने के बाद से कंपनी ने भारत में 140 यूनिट्स बेची हैं. टेस्ला अब भारतीय बाजार में अपनी रणनीति को नया रूप देने की कोशिश कर रही है. Lamborghini India के पूर्व प्रमुख शरद अग्रवाल अब गुरुग्राम से कंपनी के ऑपरेशन संभाल रहे हैं और भारत में बिक्री बढ़ाने की चुनौती का नेतृत्व कर रहे हैं. भारत में Tesla के कंट्री जीएम शरद अग्रवाल के अनुसार, उपभोक्ता खर्च में कमी के साथ-साथ Model Y की रीसेल वैल्यू भी काफी ऊंची रहती है. उनका कहना है कि होम चार्जिंग की लागत पेट्रोल की तुलना में लगभग दस गुना कम पड़ती है.

इम्पोर्ट ड्यूटी से बढ़ जाती है कीमत

भारत में Model Y की कीमतें काफी हाई हैं. इम्पोर्ट ड्यूटी के कारण इस एंट्री-लेवल कार की कीमत ₹60 लाख से अधिक हो जाती है, जबकि देश में बिकने वाले अधिकांश ईवी की औसत कीमत ₹22 लाख के आसपास है. अमेरिका की तुलना में भारत में Model Y की कीमत लगभग 70% अधिक है. सरकार की ग्रीन नीतियों के बावजूद भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी अभी भी कुल यात्री वाहन बिक्री में केवल 5% के करीब है. भारत में कारों पर 100% तक इंपोर्ट टैरिफ लगता है. 2025 की पहली छमाही में ₹45 लाख से ₹70 लाख की श्रेणी के केवल 2,800 ईवी ही बिके हैं. वहीं चीनी कंपनी BYD इस श्रेणी में बेहतर प्रदर्शन कर रही है और उसने Sealion 7 SUV की 1,200 से अधिक यूनिट्स बेची हैं.

ईवी बाजार में यह कंपनियां आगे

भारतीय लग्जरी ईवी बाजार में फिलहाल Mercedes-Benz और BMW का दबदबा है, जो मिलकर लगभग 80% हिस्सेदारी रखती हैं. वहीं पैसेंजर ईवी बाजार में टाटा मोटर्स, JSW MG मोटर और महिंद्रा अग्रणी हैं. भारतीय कंपनियां सरकारी सब्सिडी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के साथ तेजी से आगे बढ़ रही हैं. वहीं टेस्ला आने वाले समय में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में लगी है.