AI अब सिर्फ Buzzword नहीं! बल्की अरबों डॉलर बना रहीं Accenture-TCS-HCL Tech, जानें किसका पलड़ा भारी?
पहले जहां भारतीय आईटी कंपनियां AI को एक “नैरेटिव” यानी कहानी की तरह पेश करती थीं, अब वही AI एक अलग, मापी जा सकने वाली और कमाई देने वाली कैटेगरी बन गई है. ताजा नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि AI अब पायलट प्रोजेक्ट से निकलकर बड़े स्तर पर लागू हो रहा है.
Revenue form AI: IT कंपनियों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ भविष्य की बात नहीं रही. अब यह सीधे कमाई और बैलेंस शीट से जुड़ चुका है. पहले जहां भारतीय आईटी कंपनियां AI को एक “नैरेटिव” यानी कहानी की तरह पेश करती थीं, अब वही AI एक अलग, मापी जा सकने वाली और कमाई देने वाली कैटेगरी बन गई है. ताजा नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि AI अब पायलट प्रोजेक्ट से निकलकर बड़े स्तर पर लागू हो रहा है. Accenture, TCS और HCL ने कुछ हद तक इस बात को साबित किया है. ऐसे में आइए विस्तार से पूरी कहानी को समझने की कोशिश करते है.
Accenture
ग्लोबल आईटी दिग्गज Accenture ने Q1FY26 के नतीजों में AI को लेकर सबसे साफ तस्वीर पेश की है. कंपनी ने बताया कि उसकी “एडवांस्ड AI” से तिमाही कमाई 1.1 अरब डॉलर रही, जो पिछले साल के मुकाबले 120 फीसदी ज्यादा है. इतना ही नहीं, AI से जुड़े नए ऑर्डर (बुकिंग) 2.2 अरब डॉलर रहे, यानी एक साल में दोगुने. अब Accenture की कुल तिमाही कमाई का करीब 5.8 फीसदी हिस्सा AI से आ रहा है. यह दिखाता है कि AI अब छोटे प्रयोग नहीं, बल्कि बड़े और लंबे समय के प्रोजेक्ट बन चुका है.
कंपनी का कहना है कि AI अब अलग से नहीं, बल्कि बड़े डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन डील्स का हिस्सा बन रहा है, जिससे कमाई ज्यादा स्थिर और भरोसेमंद हो रही है. Accenture के ये आंकड़े भारतीय आईटी कंपनियों के लिए एक बेंचमार्क बन गए हैं. अब सवाल यह नहीं रहा कि AI पर काम हो रहा है या नहीं, बल्कि यह है कि उससे कितनी कमाई हो रही है और वह कितनी तेजी से बढ़ रही है.
TCS
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी Tata Consultancy Services यानी TCS ने पहली बार AI से होने वाली कमाई का आंकड़ा सार्वजनिक किया है. कंपनी के मुताबिक, उसकी सालाना AI कमाई 1.5 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है, जो कुल रेवेन्यू का करीब 5 फीसदी है. AI से कमाई तिमाही आधार पर 16 फीसदी और सालाना आधार पर 38 फीसदी बढ़ी है. TCS अब तक 5,000 से ज्यादा AI प्रोजेक्ट पूरे कर चुकी है और उसके टॉप 64 में से 54 बड़े क्लाइंट्स के साथ AI पर काम चल रहा है. इससे साफ है कि AI सिर्फ कुछ चुनिंदा ग्राहकों तक सीमित नहीं है.
HCLTech
HCLTech ने भी AI कमाई को लेकर स्पष्ट जानकारी दी है. कंपनी की तिमाही AI कमाई 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा रही, जो कुल रेवेन्यू का करीब 3 फीसदी है. HCLTech ने साफ किया कि वह किन सेवाओं को AI रेवेन्यू मानती है और किन्हें नहीं. इसमें एजेंटिक AI, AI फैक्ट्री, AI इंजीनियरिंग और IP आधारित प्लेटफॉर्म शामिल हैं. इससे यह कमाई ज्यादा पारदर्शी और तुलना योग्य बनती है.
| कंपनी | AI रेवेन्यू (ताजा) | कुल रेवेन्यू में AI का हिस्सा |
|---|---|---|
| Accenture | $1.1 अरब (Q1FY26) | 5.8% |
| Tata Consultancy Services (TCS) | $1.5 अरब (Annualised) | 5% |
| HCLTech | $100+ मिलियन (Quarter) | 3% |
निवेशकों के लिए नया सवाल
अब Accenture, TCS और HCLTech तीनों में AI कमाई दिखने लगी है. Accenture और TCS में यह हिस्सा 5–6 फीसदी तक पहुंच चुका है, जबकि HCLTech करीब 3 फीसदी पर है. निवेशकों के लिए अब असली सवाल यह है कि कौन सी कंपनी AI से कमाई को तेजी से बढ़ा पाएगी, वो भी मुनाफे पर असर डाले बिना. साफ है कि AI की कहानी अब शुरू नहीं, बल्कि अगले बड़े मुकाबले की तैयारी में है.
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