800 रुपये क्विंटल सस्ता हुआ चना, इन वजहों से कीमतों में आई भारी गिरावट
सितंबर की शुरुआत में चने की कीमतों में दसवें हिस्से से अधिक की गिरावट आई है. उस समय बाजारों में चने की कीमतें 8,000 प्रति क्विंटल से ऊपर थीं. दिल्ली में चने की कीमतें, जो मई की शुरुआत में 6,300 रुपये क्विंटल के स्तर पर थीं, सितंबर आते-आते इसका रेट 8,000 रुपये क्विंटल को पार कर गया.

प्याज, टमाटर और आलू की बढ़ती कीमतों के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. पिछले कुछ हफ्तों में देसी चने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. कहा जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया से भारी मात्रा में चने आयात किए जाने के चलते देसी चने की कीमत में 800 रुपये क्विंटल तक गिरावट आई है. हालांकि, दूसरा कारण चना उत्पादक राज्यों में इसकी बुवाई में तेजी आना भी बताया जा रहा है. ऐसे में एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले दिनों में रिटेल मार्केट में चने की कीमतों में भारी गिरावट आएगी.
बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर की शुरुआत में चने की कीमतों में दसवें हिस्से से अधिक की गिरावट आई है. उस समय बाजारों में चने की कीमतें 8,000 प्रति क्विंटल से ऊपर थीं. दिल्ली में चने की कीमतें, जो मई की शुरुआत में 6,300 रुपये क्विंटल के स्तर पर थीं, सितंबर आते-आते इसका रेट 8,000 रुपये क्विंटल को पार कर गया. लेकिन मार्केट में ऑस्ट्रेलिआई चने आने से देसी चने की कीमत में गिरावट शुरू हो गई. अब देसी चने की कीमत 7,200 के स्तर पर आ गई है. जबकि, ऑस्ट्रेलियाई चना मुंबई में 7,200-7,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, तंजानिया से आयातित चना 6,500-6,600 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.
कीमतों में और गिरावट आ सकती है
आईग्रेन इंडिया के राहुल चौहान ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में बंपर फसल आ रही है और फॉरवर्ड ट्रेडिंग बहुत तेजी से हो रही है. ग्रेन कॉर्प, विटेरा जैसी कई कंपनियों ने भारत को चने का निर्यात करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा, अफ्रीका से चना भी भारत में आ रहा है. अब त्योहारी सीजन खत्म होने के कारण कीमतों पर दबाव है. राहुल चौहान ने कहा कि भारी आयात के कारण कीमतों में और गिरावट आ सकती है.
इतने लाख टन चने का हुआ आयात
चौहान ने कहा कि कई नए देश भारत को दाल निर्यात करने की होड़ में शामिल हो रहे हैं. अप्रैल से अगस्त तक आयातित 0.87 लाख टन चने में से लगभग 75,000 टन ऑस्ट्रेलिया से आयात किया गया. आने वाले दिनों में और अधिक मात्रा में आयात होने की उम्मीद है. यही वजह है कि बाजार में भारी गिरावट है और चने की कीमतें गिर गई हैं. इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन के चेयरमैन बिमल कोठारी ने कहा कि नवंबर शिपमेंट के लिए ऑस्ट्रेलियाई चना 6,100-6,200 रुपये के स्तर पर उपलब्ध है और एमएसपी स्तरों के करीब पहुंच रहा है. साथ ही, पीली मटर के भारी आयात से भी कीमतों पर असर पड़ रहा है. एमएसपी 5,650 रुपये प्रति क्विंटल है.
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