डॉलर कमजोर, फेडरल रिजर्व दरों में कटौती की उम्मीद… सोना बना ‘गोल्डन’ दांव; इस हफ्ते 3000 से ज्यादा चढ़े दाम

त्योहारों से ठीक पहले बहुमूल्य धातुओं की चाल पर सबकी नजर टिकी है. पिछले दिनों निवेशकों का रुझान तेजी से बदला और हर दिन नए उतार-चढ़ाव देखने को मिले. अंतरराष्ट्रीय कारक और घरेलू डिमांड ने इस बदलाव में अहम भूमिका निभाई. क्या आगे भी यही रफ्तार बनी रहेगी?

सोने के दाम बढ़े Image Credit: FreePik

Gold and Silver Prices Weekly Update: पिछले हफ्ते सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिससे सोना निवेशकों की चर्चा का केंद्र बना रहा. वैश्विक आर्थिक सुस्ती, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की उम्मीद, और त्योहारों की शुरुआत ने खरीददारों की दिलचस्पी को बढ़ाया. इसी वजह से हर दिन सोने और चांदी के दामों में बदलाव नजर आया.

रिटेल मार्केट में गोल्ड की उठापटक

1 सितंबर को 24 कैरेट सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए 1,05,140 रुपये थी, जो सप्ताह के दौरान ऊंच-नीच के बाद 6 सितंबर को 1,08,130 रुपये पर पहुंची. सप्ताह के बीच 2 और 4 सितंबर को हल्की गिरावट आई, जबकि 3 और 5 सितंबर को तेजी रही. कुल मिलाकर, एक हफ्ते में दाम में करीब 3,000 रुपये का उछाल देखा गया, जिसमें सबसे बड़ा उछाल 3 और 5 सितंबर को दर्ज हुआ.

MCX पर भी कीमतों में पूरे सप्ताह हरकत रही. 1 सितंबर को 10 ग्राम के लिए कीमत 1,04,785 रुपये थी जो 5 सितंबर तक बढ़कर 1,07,728 रुपये हो गई. हफ्ते भर में, कम से कम 2400 रुपये की तेजी दिखी. एक्सपर्ट मानते हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी, अंतरराष्ट्रीय कीमतों की प्रतिक्रियाएं और फेडरल रेट कट की उम्मीद यहां भी सेंटीमेंट बना रही हैं.

कीमतों में बदलाव की मुख्य वजहें

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चांदी में हुआ बदलाव

सप्ताह भर की बात करें तो चांदी के भाव भी ऊपर की ओर रहे. 1 सितंबर को 1 किलो चांदी का भाव 1,24,490 रुपये था, जो हफ्ते के दौरान 1,25,520 तक गया और आखिर में मामूली गिरावट के बाद 1,24,530 रुपये तक रहा. अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत 14 साल के उच्चतम स्तर के पास रही. इसकी मुख्य वजह औद्योगिक मांग में तेजी, निवेशकों की रुचि और कमजोर डॉलर रहा.

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