Gold Rate Today: रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद लुढ़का सोना, मुनाफावसूली शुरू, चांदी में भी तगड़ी गिरावट
पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतें उछाल मार रही थी, वहीं चांदी भी लगातार चमक रही थी. दोनों की कीमतें नए रिकॉर्ड हाई पर थीं, लेकिन 9 अक्टूबर को इनकी बढ़ती कीमतों पर ब्रेक लग गया है. तो आखिर क्यों आई सोने-चांदी में गिरावट और कहां पहुंचे भाव, चेक करें डिटेल.

Gold and Silver rate today: रिकॉर्ड ऊंचाई छूने वाला सोना आज, 9 अक्टूबर को लुढ़क गया है. बीते कई दिनों से इसमें बनी तेजी पर आखिरकार ब्रेक लग गया है. गुरुवार को मुनाफावसूली के चलते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोने की कीमतें गिर गईं. सोना 522 रुपये सस्ता होकर 122,687 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता नजर आया. वहीं चांदी में भी 1369 रुपये की भारी गिरावट देखने को मिली है. जिससे चांदी की कीमत एमसीएक्स पर 9 अक्टूबर को 148,486 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई.
जानकारों के मुताबिक सोना पिछले कुछ दिनों से लगातार हाई पर ट्रेड कर रहा था. वैश्विक अनिश्चितताओं और फेड की रेट कटौती की संभावनाओं के चलते निवेशक सोने में पैसा लगा रहे थे, लेकिन अब इसकी कीमतों के ऊंचाई पर पहुंचने पर उन्होंने इसमें मुनाफावसूली शुरू कर दी, जिसकी वजह से आज इसके दाम लुढ़क गए. बता दें बुधवार, 8 अक्टूबर को दिसंबर डिलीवरी वाला एमसीएक्स गोल्ड 1,23,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, जबकि एमसीएक्स सिल्वर ने 1,50,282 रुपये प्रति किलोग्राम की नई ऊंचाई छुई थी.
रिटेल और इंटरनेशल मार्केट में क्या है हाल?
रिटेल लेवल पर देखें तो तनिष्क की वेबसाइट पर 9 अक्टूबर को 24 कैरेट सोने की कीमत 124360 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, वहीं 8 अक्टूबर को ये 122450 रुपये प्रति 10 ग्राम था, यानी आज इसकी कीमतें बढ़ी है. वहीं 22 कैरेट सोना 114000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आज मिल रहा है, कल इसकी कीमत 112250 रुपये प्रति 10 ग्राम थी.

Source: Tanishq
इंटरनेशनल लेवल पर सोने की कीमत पर नजर डालें तो 9 अक्टूबर को शुरुआती दौर में बढ़त देखने को मिली. लेकिन बाद में स्पॉट गोल्ड 0.50 फीसदी लुढ़ककर 4028 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया.
सोने का शानदार प्रदर्शन
इस साल सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया है. घरेलू स्पॉट गोल्ड की कीमतें 2025 में अब तक 50% से ज्यादा बढ़ चुकी हैं. वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी, सेंट्रल बैंकों की खरीदारी और गोल्ड ईटीएफ में मजबूत निवेश ने सोने की चमक को और बढ़ाया है. विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की लॉन्ग-टर्म संभावनाएं मजबूत बनी रहेंगी. वैश्विक अनिश्चितताओं और आर्थिक उतार-चढ़ाव के बीच सोना सुरक्षित निवेश का पसंदीदा विकल्प बना हुआ है.
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