Gold Rate Today: सोने ने लगाई छलांग, 98000 रुपये के पहुंचा पार, चांदी में भी 1090 रुपये की तेजी
डोनाल्ड ट्रंप के विभिन्न देशों पर टैरिफ लगाए जाने और फेड के ब्याज दरों पर आने वाले फैसले को लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में हलचल देखने को मिल रही है. ऐसे में निवेशक सुरक्षित निवेश माने जाने वाले विकल्प सोने में निवेश कर रहे हैं, यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों से सोने में तेजी बनी हुई है, जो सोमवार को भी जारी रही.
Gold and Silver Rate Today: सोने की कीमतों में बीते कुछ दिनों से तेजी का दौर कायम है. 14 जुलाई यानी सोमवार को भी इसमें बढ़त बरकरार है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यूरोपीय संघ और मैक्सिको से आयात पर 30% टैरिफ लगाने की धमकी के बाद से सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ गई है. यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोमवार को सोने की कीमतें तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. अभी ये 0.16% के उछाल के साथ 3,357.18 डॉलर प्रति औंस कारोबार करता नजर आया.
इंटरनेशनल लेवल के अलावा भारतीय बाजार में भी सोने में तेजी का रुख रहा. हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी 14 जुलाई को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोना 312 रुपये चढ़कर 98,130 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. वहीं चांदी भी 1090 रुपये की तेजी के साथ 114,091 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंची. वहीं पेटीएम पर आज एक ग्राम सोने की कीमत 10109 रुपये है.
रिटेल में नहीं दिखी कोई हलचल
इंटरनेशनल लेवल और एमसीएक्स पर भले ही सोने में तेजी देखने को मिल रही हो, लेकिन रिटेल में कोई हलचल नहीं दिखी है. तनिष्क की वेबसाइट के मुताबिक 14 जुलाई को 24 कैरेट सोने के रेट 100150 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए, जबकि 13 जुलाई को भी इसकी कीमत इतनी ही थी, यानी इसके भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ है. ठीक इसी तरह 22 कैरेट सोने के दाम भी स्थिर है. इसकी कीमत आज 91800 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई.
यह भी पढ़ें: इस रेलवे कंपनी के शेयरों में दिख सकती है हलचल, 362700000 का मिला ऑर्डर, 5 साल में दे चुका है 525% तक रिटर्न
सोने में आई तेजी की वजह
12 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और यूरोपीय संघ से आयात पर 1 अगस्त से 30% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी. यह फैसला प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ हफ्तों की बातचीत के बाद व्यापक व्यापार समझौते में विफल रहने के कारण आया. यूरोपीय संघ और मेक्सिको ने इन टैरिफ को गलत बताया, जबकि यूरोपीय संघ ने कहा कि वह अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई को अगस्त की शुरुआत तक निलंबित रखेगा और बातचीत के जरिए समाधान की कोशिश जारी रखेगा. निवेशक अब मंगलवार को आने वाले जून के अमेरिकी महंगाई डेटा का इंतजार कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मची इन हलचल के चलते निवेशक सोने में निवेश कर रहे हैं.