GST में कटौती से नवरात्रि में रिकॉर्ड बिक्री, ऑटो-इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में मची धूम; मारुति ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड
जीएसटी में कटौती का असर नवरात्रि की बिक्री में साफ दिखा है. ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और FMCG सेक्टर की कंपनियों ने रिकॉर्ड ग्रोथ दर्ज की. मारुति सुजुकी ने 1.65 लाख यूनिट बेचकर 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, वहीं एलजी, हैयर, गोदरेज और रिलायंस रिटेल जैसी कंपनियों ने भी डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल की. उपभोक्ताओं ने बड़े स्क्रीन टीवी और स्मार्ट एयर कंडीशनर जैसे प्रीमियम प्रोडक्ट्स पर ज्यादा खर्च किया.
Navratri sales record: इस साल के नौ दिन के नवरात्रि पर्व ने देश की अर्थव्यवस्था में नया जीवन फूंक दिया है. ऑटोमोबाइल, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ने इस अवधि में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है. इस उछाल के पीछे 22 सितंबर से लागू हुई जीएसटी में व्यापक कटौती को मुख्य कारण माना जा रहा है, जिसने उपभोक्ताओं तक उत्पादों की पहुंच आसान बना दी है. उद्योग जगत के आंकड़े बताते हैं कि नवरात्रि के पहले दिन से ही बिक्री में अभूतपूर्व बढ़ोतरी देखी गई, जो नौ दिनों तक लगातार जारी रही. इस सफलता से उत्साहित कंपनियों को उम्मीद है कि दिवाली तक चलने वाले लगभग 45 दिनों के इस त्योहारी सीजन में दोहरे अंकों में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी.
ऑटो सेक्टर में मारुति सुजुकी की धूम
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने नवरात्रि के पहले आठ दिनों में 1.65 लाख यूनिट की बिक्री दर्ज करते हुए पिछले 10 वर्षों का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया. कंपनी को उम्मीद है कि पूरे नवरात्रि में कुल बिक्री 2 लाख यूनिट के आसपास पहुंच सकती है.
यह आंकड़ा पिछले साल की नवरात्रि में हुई 85,000 वाहनों की बिक्री से कहीं अधिक है. इसके अलावा, कंपनी के पास लगभग 2.5 लाख यूनिट का बुकिंग बैकलॉग भी है. अन्य ऑटोमेकर जैसे टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हुंडई मोटर इंडिया ने भी इस दौरान मजबूत बिक्री दर्ज की.
इलेक्ट्रॉनिक्स में ‘स्मार्ट’ और ‘बड़े स्क्रीन’ का क्रेज
उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माताओं के लिए भी यह नवरात्रि बेहद फायदेमंद रही. एलजी, हैयर और गोदरेज एप्लायंसेज जैसी कंपनियों ने पिछले साल की तुलना में दोहरे अंकों में बढ़ोतरी दर्ज की. हैयर एप्लायंसेज इंडिया को नवरात्रि में लगभग 60 प्रतिशत की साल-दर-साल बढ़ोतरी देखी गई. खास बात यह रही कि उपभोक्ताओं ने न सिर्फ खरीदारी की, बल्कि अपनी पसंद को अपग्रेड भी किया. बड़े स्क्रीन वाले टीवी और एनर्जी एफिशिएंट व स्मार्ट फीचर्स वाले एयर कंडीशनर सबसे ज्यादा डिमांड में रहे.
हैयर के लिए यह सीजन शानदार साबित हुआ. कंपनी ने 2.5 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले अपने 85-इंच और 100-इंच के टीवी के दिवाली स्टॉक की लगभग पूरी बिक्री कर दी. इस अवधि के दौरान कंपनी ने रोजाना 300-350 यूनिट 65-इंच के टीवी भी बेचे.
देश के सबसे बड़े रिटेलर रिलायंस रिटेल की बिक्री में पिछले साल की नवरात्रि की तुलना में 20-25 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें लार्ज-स्क्रीन टीवी, स्मार्टफोन और फैशन जैसी कैटेगरी ने मुख्य भूमिका निभाई. इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल चेन विजय सेल्स ने भी 20 प्रतिशत से अधिक की बिक्री बढ़ोतरी देखी.
जीएसटी सुधार ने दिखाया जादू
इस रिकॉर्ड बिक्री के पीछे सबसे बड़ा योगदान जीएसटी में हुए सुधार का रहा. 22 सितंबर से प्रभावी, सरकार ने टैक्स स्लैब को सरल बनाते हुए मुख्य रूप से 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के दो-स्तरीय स्लैब में बदल दिया. इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिला. 1200 सीसी से कम और 4000 मिमी से कम लंबाई वाले पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी वाहन, तथा 1500 सीसी तक और 4000 मिमी तक लंबाई वाले डीजल वाहनों पर कर की दर 28 प्रतिशत से घटकर 18 प्रतिशत कर दी गई.
रूम एयर कंडीशनर (RAC), 32 इंच से बड़े स्क्रीन वाले टीवी और डिशवॉशर पर 10 प्रतिशत की ड्यूटी में कमी की गई. इन वस्तुओं के महंगे होने के कारण टैक्स में कमी का सीधा असर उनकी खुदरा कीमतों पर पड़ा, जिससे उपभोक्ताओं की खरीदारी की इच्छा बढ़ी.
त्योहारी सीजन: अर्थव्यवस्था की रीढ़
भारत में त्योहारी सीजन, जो दक्षिण में ओणम से शुरू होकर दिवाली तक चलता है और दशहरा को कवर करता है, कुल वार्षिक बिक्री का 40-45 प्रतिशत हिस्सा होता है. यह देश में उपभोग का सबसे बड़ा दौर माना जाता है. नवरात्रि में दर्ज की गई यह रिकॉर्ड बिक्री इस बात का संकेत है कि भारत की उपभोग-आधारित अर्थव्यवस्था पूरी रफ्तार से वापसी कर रही है और आने वाले दिनों में और तेज गति पकड़ सकती है.
यह भी पढ़ें: Lenskart IPO को SEBI की मंजूरी, 2150 करोड़ जुटाने की तैयारी, प्रमोटर और बड़े निवेशक बेचेंगे हिस्सेदारी