HDFC MF ने फिर खोला सिल्वर ETF में पूरे निवेश का रास्ता; हटाई 1 लाख रुपये की लिमिट, जानें क्यों बदला फैसला

HDFC म्यूचुअल फंड ने अपने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड में निवेश की सीमा हटा दी है. यह कदम चांदी के बाजार में स्थिरता आने के बाद लिया गया. अन्य फंड हाउसेज ने भी अपने फंड में कुछ न कुछ पाबंदियां लगाई हैं, लेकिन HDFC ने निवेशकों को ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी दिया है.

HDFC म्यूचुअल फंड Image Credit: Money 9 Live

HDFC Mutual Fund Silver ETF Fund of Funds: HDFC म्यूचुअल फंड ने अपने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड (FoF) में निवेश की पूरी सुविधा फिर से शुरू कर दी है. पिछले हफ्ते इस फंड में निवेश पर कुछ समय के लिए सीमा लगाई गई थी, लेकिन अब निवेशक बिना किसी रोक-टोक के एकमुश्त निवेश, स्विच-इन और नए सिप (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) और एसटीपी (सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान) शुरू कर सकते हैं.

क्यों लगाई गई थी निवेश की सीमा?

पिछले हफ्ते भारत में चांदी की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ीं. ये कीमतें ग्लोबल बाजारों की तुलना में ज्यादा थीं, क्योंकि भारत में चांदी की सप्लाई कम थी. इस वजह से चांदी की कीमतों में अंतर बढ़ गया. इस स्थिति में निवेशकों की सेफ्टी के लिए HDFC म्यूचुअल फंड ने 14 अक्टूबर (दोपहर 3 बजे के बाद) से हर दिन प्रति पैन कार्ड 1 लाख रुपये तक निवेश की सीमा लगाई थी.

यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि निवेशकों को नुकसान ना हो और बाजार में अस्थिरता से बचा जा सके. HDFC ने पूरी तरह से निवेश रोकने की बजाय सिर्फ एक निश्चित सीमा लगाई, जो बाकी फंड हाउसेज से अलग थी. अब चांदी के बाजार में स्थिति सामान्य होने और कीमतों में स्थिरता आने के बाद यह सीमा हटा दी गई है.

अन्य फंड हाउसेज ने क्या किया?

कई अन्य म्यूचुअल फंड कंपनियों ने भी चांदी की कीमतों में उछाल के कारण अपने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड में निवेश पर रोक लगाई थी.

  • ICICI प्रूडेंशियल, टाटा, कोटक, SBI और UTI म्यूचुअल फंड ने अपने सिल्वर ETF फंड में नए निवेश और स्विच-इन पर पूरी तरह रोक लगा दी थी.
  • आदित्य बिड़ला सन लाइफ, एक्सिस और ग्रो म्यूचुअल फंड ने भी हाल ही में एकमुश्त निवेश पर रोक लगाई.
  • लेकिन HDFC ने सिर्फ एक सीमा लगाई थी न कि निवेश को पूरी तरह बंद किया. अब इस सीमा को हटाकर HDFC ने निवेशकों को फिर से निवेश की दे दी है.
  • कोटक, SBI, UTI और ग्रो म्यूचुअल फंड ने एकमुश्त निवेश और स्विच-इन पर रोक लगाई है, लेकिन मौजूदा और नए सिप चल रहे हैं.

क्या नहीं बदला?

जब निवेश की सीमा लगाई गई थी तब भी मौजूदा सिप और STP प्लान चलते रहे. यानी जिन निवेशकों ने पहले से SIP या STP शुरू किए थे, उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई. साथ ही निवेशक रिडीम भी कर सकते थे. यह सुविधा हमेशा उपलब्ध थी. HDFC म्यूचुअल फंड ने कहा कि यह सीमा और इसे हटाने का फैसला निवेशकों के हित में लिया गया. चांदी के बाजार में तेजी-मंदी के कारण यह कदम जरूरी था.

चांदी में निवेश क्यों बढ़ रहा है?

आजकल चांदी में निवेशकों की रुचि बढ़ रही है. इसका कारण वैश्विक अनिश्चितता, महंगाई और मुद्रा के मूल्य में कमी का डर है. लोग चांदी और सोने जैसे कीमती धातुओं को सुरक्षित निवेश मानते हैं. इसीलिए सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड जैसे निवेश ऑप्शन लोकप्रिय हो रहे हैं.

सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड क्या है?

सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड एक ऐसा निवेश ऑप्शन है. इसमें आप चांदी में निवेश कर सकते हैं बिना उसे फिजिकली खरीदे. यह फंड चांदी के ईटीएफ में निवेश करता है, जो चांदी की कीमतों के आधार पर रिटर्न देता है. यह उन लोगों के लिए अच्छा है जो चांदी में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन उसे स्टोर करने या खरीदने की परेशानी नहीं चाहते.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.