RIL ने बढ़ाई मिडिल ईस्ट के देशों से तेल की खरीदारी, शेयरों में भी आई तेजी, अमेरिकी दबाव का दिखा असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के रूस से तेल खरीद पर सख्त हैं. उन्होंने कई मंचों से भारत को रूसी तेल बंद करने की चेतावनी दी है. अमेरिका ने 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाकर दबाव बढ़ाया. इसी बीच रिलायंस ने मध्य पूर्व से 2.5 मिलियन बैरल तेल खरीदा. साथ ही शेयरों में 3.5% तेजी आई है.

RIL buys West Asian crude: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के रूस से तेल खरीदने के निर्णय से नाराज हैं. उन्होंने कई मंचों पर भारत से रूसी तेल खरीद बंद करने की मांग दोहराई है. इसके साथ ही, अमेरिका ने भारत पर रूसी तेल खरीद के लिए 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जिसे वे दंड के रूप में देखते हैं. इन तनावों के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है, जो अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए राहत भरी हो सकती है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पिछले सप्ताह मध्य पूर्व के देशों से 2.5 मिलियन बैरल तेल खरीदा. कंपनी ने इराक और कतर जैसे देशों से कच्चे तेलों की प्राप्ति की है. यह संकेत देता है कि रूस से तेल खरीद पर पश्चिमी देशों का दबाव प्रभावी हो रहा है.
मध्य पूर्व से तेल खरीद बढ़ी
रिलायंस ने इराक का बसरा मीडियम, कतर का अल-शाहीन और कतर लैंड तेल खरीदा. व्यापारियों का कहना है कि कंपनी ने पहले से ज्यादा तेल इस क्षेत्र से लिया.

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Reliance Industries के शेयर का हाल
सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 3.5 फीसदी की तेजी आई, जिसके बाद यह 1466.80 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले 1 सप्ताह में शेयर में 6 फीसदी से अधिक का उछाल आया है.

रूस से तेल खरीद पर दबाव
रिलायंस भारत में रूस का सबसे बड़ा तेल खरीदार है. लेकिन अमेरिका भारत पर रूस से तेल खरीद कम करने का दबाव डाल रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत रूस से तेल खरीद बंद करेगा, लेकिन भारत ने इसकी पुष्टि नहीं की. भारतीय रिफाइनरियां रूस से खरीद कम कर सकती हैं, लेकिन पूरी तरह बंद नहीं करेंगी.
EU का नया नियम
यूरोपीय संघ 21 जनवरी से रूसी तेल से बने ईंधन पर प्रतिबंध लगाएगा. इससे रिलायंस के यूरोप में ईंधन निर्यात पर असर पड़ सकता है. यूरोपीय संघ ने भारत से सावधानी बरतने को कहा है. रिलायंस ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की क्योंकि यह खबर स्थानीय अवकाश के दौरान आई.
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