भारत के कोयला उत्पादन में बढ़त दर्ज, कोल इंडिया ने निभाया अहम रोल
भारत में कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिससे देश के ऊर्जा और विकास सेक्टरों में सुधार हुआ है. कोल इंडिया लिमिटेड ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान भारत के कोयले का उत्पादन काफी बढ़ गया है. इसके साथ ही कोयले के वितरण में भी काफी सुधार देखने को मिला है. कोयला मंत्रालय ने यह जानकारी साझा की है. प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के बावजूद कोयले के उत्पादन में यह बढ़त आने वाले वक्त के लिए अच्छे संकेत है.देश में बिजली आपूर्ति समेत तमाम सेक्टर में विकास के लिए कोयला अहम भूमिका निभाता है.
कोल इंडिया लिमिटेड ने बढ़त में योगदान दिया
पिछले साल के मुताबिक इस वर्ष कोयले के उत्पादन में 5.85 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. कोयला मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 12 सितंबर 2024 तक कोयले का उत्पादन कुल 411.62 मिलियन टन तक पहुंच गया है. यह आंकड़ा पिछले साल इस अवधी के दौरान 388.86 एमटी तक सीमित रह गया था. मंत्रालय ने कहा, “प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के कारण खनन कार्यों में आई बाधा के बावजूद कोयला सेक्टर ने लचीलापन दिखाया और उत्पादन में बढ़त दर्ज कर मील का पत्थर हासिल किया.”
कोयला क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने इस वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है. पिछले वर्ष इस अवधि के दौरान CIL का उत्पादन 302.53 मीट्रिक टन रहा जो साल 2024-25 में 2.80% की बढ़त के साथ 311 मीट्रिक टन पहुंच गया.
कोयला वितरण और भंडार में भी विकास
कोयले के उत्पादन में वृद्धि के अलावा इस साल कोयले के शिपमेंट में भी काफी सुधार देखने को मिला है. कोयला मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, 12 सितंबर तक 442.24 मीट्रिक टन कोयला खदान से दूसरे जगहों पर इस्तेमाल करने के लिए भेजा गया. यह आंकड़ा पिछले वर्ष की इस अवधि के दौरान भेजे गए कोयले के 421.29 मीट्रिक टन से 4.97 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.
कोयले के उत्पादन में बढ़त ने कोयला कंपनियों को भी मुनाफा दिया है. 12 सितंबर, 2024 तक कोयला कंपनियों के पास कोयले का स्टॉक बढ़कर 76.49 मीट्रिक टन हो गया. यह आंकड़ा पिछले साल के तुलना में 49.07 फीसदी के बढ़त को दिखाता है. इसी कड़ी में घरेलू कोल बेस्ड थर्मल पॉवर प्लान्ट ने भी अपने कोयले के भंडार में पिछले साल के मुकाबले 36.58 एमटी के साथ 43.68 फीसदी की बढ़त दर्ज की. कोयला मंत्रालय ने बयान दिया कि यह आंकड़ें देश की ऊर्जा सुरक्षा को आगे बढ़ाने में कोयला सेक्टर के लचीलापन और समर्पण को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं.