700 करोड़ की दहलीज पर विदेशी मुद्रा भंडार, रुपये की कमजोरी और टैरिफ संकट के बीच 3.5 अरब डॉलर बढ़ा

विदेशी मुद्रा भंडार किसी देश की इकोनॉमी का एक अहम इंडिकेटर है. इससे पता चलता है कि उस देश के पास आयात करने की कितनी क्षमता है. भारत पर ट्रंप के टैरिफ प्रहार और रुपये में कमजोरी के रुख के बावजूद फॉरेक्स रिवर्ज 3.5 अरब डॉलर बढ़कर 700 करोड़ के अहम स्तर के करीब पहुंच गया है.

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार Image Credit: Money9live

RBI ने Forex Reserve का लेटेस्ट डाटा रिलीज कर दिया है. रिजर्व बैंक के डाटा के मुताबिक 29 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 3.5 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है. इससे पहले 22 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 4.39 अरब डॉलर की कमी हुई थी. पिछले करीब एक वर्ष से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 705 अरब डॉलर के अहम स्तर को पार नहीं कर पाया है. यह अब तक का ऑल टाइम हाई है. हालांकि, इस साल 27 जून को विदेशी मुद्रा भंडार 703 अरब डॉलर तक पहुंच गया था. बहरहाल, अब फिर से विदेशी मुद्रा भंडार 700 करोड़ की दहलीज पर पहुंच गया है.

कितना बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक 29 अगस्त, 2025 को भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 694 अरब डॉलर यानी करीब 61,25,356 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पिछले सप्ताह की तुलना में इसमें 3.51 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है.

FCA का क्या हाल रहा?

विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे अहम हिस्से फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में रिपोर्टेड सप्ताह में 1.686 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. यह अब बढ़कर 584 अरब डॉलर यानी करीब 51,52,367 करोड़ रुपये हो गया है. FCA में यूरो, पाउंड और येन जैसी प्रमुख विदेशी मुद्राएं शामिल होती हैं. इनका मूल्य डॉलर में व्यक्त किया जाता है.

गोल्ड रिजर्व में हुआ इजाफा

फॉरेक्स रिजर्व हिस्से के तौर पर रखे जाने वाले गोल्ड रिवर्ज में 29 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में 1.766 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है. यह अब बढ़कर 86.76 अरब डॉलर यानी करीब 7,65,603 करोड़ रुपये का हो गया है.

SDR और IMF रिजर्व की स्थिति

स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDRs) और IMF में रिजर्व पोजिशन में रिपोर्ट किए गए सप्ताह मे 1.8 करोड़ डॉलर और 12.7 करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ है. इस तरह SDR बढ़कर 18.77 अबर डॉलर रहा. वहीं, IMF रिजर्व 4.74 अरब डॉलर रहा.