मई में औद्योगिक उत्पादन 9 महीने के निचले स्तर 1.2% पर पहुंचा, मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग सेक्टर में बड़ी गिरावट

India Industrial Production Growth: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने भी अप्रैल के लिए औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ में बदलाव कर 2.6 फीसदी कर दिया. एनएसओ के आंकड़ों से पता चलता है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की उत्पादन ग्रोथ मई में घट गई है.

औद्योगिक उत्पादन Image Credit: Tv9

India Industrial Production Growth: भारत के इंडस्ट्रीयल प्रोडक्शन इंडेक्स (IIP) में गिरावट दर्ज की गई है. सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और पावर सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण मई 2025 में भारत का औद्योगिक उत्पादन विकास दर 9 महीने के निचले स्तर 1.12 फीसदी पर आ गया. इंडस्ट्रीयल प्रोडक्शन इंडेक्स(IIP) के संदर्भ में मापा जाने वाला कारखाना उत्पादन मई 2024 में 6.3 फीसदी बढ़ा था.

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर प्रोडक्शन

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने भी अप्रैल के लिए औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ में बदलाव कर 2.6 फीसदी कर दिया, जबकि पिछले महीने 2.7 फीसदी का अनुमान लगाया गया था. एनएसओ के आंकड़ों से पता चलता है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की उत्पादन ग्रोथ मई 2025 में घटकर 2.6 फीसदी रह गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.1 फीसदी थी.

माइनिंग प्रोडक्शन में गिरावट

माइनिंग प्रोडक्शन में 0.1 फीसदी की गिरावट आई, जबकि एक साल पहले इसमें 6.6 फीसदी की वृद्धि हुई थी. मई 2025 में बिजली उत्पादन में 5.8 फीसदी की गिरावट आई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में इसमें 13.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. वित्त वर्ष 2026 की अप्रैल-मई अवधि के दौरान औद्योगिक उत्पादन में 1.8 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 5.7 फीसदी की ग्रोथ हुई थी.

GDP ग्रोथ का पूर्वानुमान

इस महीने की शुरुआत में RBI ने MPC की बैठक में विकास दर का पूर्वानुमान 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है. वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए GDP ग्रोथ का पूर्वानुमान 6.5% पर बरकरार रखा. RBI ने विकास को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर इसे 5.50% कर दिया था. चौथी तिमाही में GDP में 7.4% की वृद्धि के बावजूद, वित्त वर्ष 2025 में COVID के बाद सबसे धीमी वृद्धि देखी गई.

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