News9 Global Summit: भारत सिर्फ आर्थिक साझेदार नहीं, बल्कि भरोसेमंद मित्र; बोलीं जर्मन श्रम एवं अर्थव्यवस्था मंत्री
जर्मनी के स्टटगार्ट में आयोजित न्यूज9 ग्लोबल समिट 2025 ने एक बार फिर यह साबित किया कि भारत और जर्मनी के बीच रिश्ते केवल व्यापारिक नहीं, बल्कि भरोसे और सहयोग पर आधारित हैं. आने वाले समय में यह साझेदारी नवाचार, शिक्षा, और सतत विकास के नए रास्ते खोलेगी.

जर्मनी में एक बार फिर भारत के प्रमुख न्यूज नेटवर्क TV9 नेटवर्क का अवेटेड न्यूज9 ग्लोबल समिट शुरू हो गया है. इस समिट का दूसरा एडिशन 9 और 10 अक्टूबर को जर्मनी के स्टटगार्ट में आयोजित किया जा रहा है. बीते साल की तरह इस बार भी इसका मकसद बदलती वैश्विक व्यवस्था के बीच भारत और जर्मनी के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है. इस मौके पर India & Germany The Länd Beckons विषय पर जर्मनी के श्रम, अर्थव्यवस्था और पर्यटन मंत्री डॉ. निकोल हॉफमिस्टर-क्रौट ने अपने विचार रखे. आइए जानते हैं उन्होंने अपने संबोधन में क्या कहा.
डॉ. निकोल हॉफमिस्टर-क्रौट ने किया गर्मजोशी से स्वागत
डॉ. निकोल हॉफमिस्टर-क्रौट ने कहा कि उन्हें न्यूज9 ग्लोबल समिट जर्मनी के दूसरे संस्करण में शामिल होकर बेहद खुशी हो रही है. उन्होंने बताया कि स्टटगार्ट शहर इनोवेशन, प्रेरणा और अंतरराष्ट्रीय भावना का प्रतीक है. यह प्रदेश बाडेन-वुर्टेमबर्ग परंपरा और आधुनिकता का मेल है, जहां तकनीक और खुले विचारों की अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि आज की दुनिया अनिश्चितताओं से भरी है. वैश्विक बाजारों में अस्थिरता, राजनीतिक तनाव, और टिकाऊ विकास की जरूरत हमें याद दिलाती है कि सहयोग अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरी है. उन्होंने भारत और जर्मनी से आए सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा, कि बाडेन-वुर्टेमबर्ग संसद और अर्थव्यवस्था एवं पर्यटन विभाग की ओर से आप सभी का हार्दिक स्वागत है.
भारत में जर्मनी की 350 कंपनियां कर रहीं हैं काम
डॉ. क्रौट ने बताया कि भारत में बाडेन-वुर्टेमबर्ग की करीब 350 कंपनियां एक्टिव हैं, जबकि करीब 50 भारतीय कंपनियां जर्मनी के इस प्रदेश में काम कर रही हैं. यही वजह है कि यह प्रदेश भारत के लिए एक मजबूत निवेश साझेदार बन चुका है. भारत में बाडेन-वुर्टेमबर्ग की प्रमुख कंपनियों में मर्सिडीज-बेंज ग्रुप, रॉबर्ट बॉश, और क्लब केबल्स शामिल हैं. साल 2024 में दोनों के बीच कुल व्यापार लगभग 4.2 अरब यूरो का रहा, जिसमें मशीनरी, इलेक्ट्रिकल उपकरण और मोटर वाहनों का बड़ा हिस्सा था.
भारत सिर्फ आर्थिक साझेदार नहीं, बल्कि भरोसेमंद मित्र
डॉ. क्रौट ने कहा कि भारत हमारे लिए केवल एक आर्थिक साझेदार नहीं, बल्कि एक लंबे और भरोसेमंद रिश्ते का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि इस साल बाडेन-वुर्टेमबर्ग और महाराष्ट्र की साझेदारी के 10 साल पूरे हो रहे हैं. इसके अलावा, स्टटगार्ट और मुंबई, तथा कार्ल्सरूहे और पुणे जैसे शहरों की पुरानी भागीदारी दोनों देशों के रिश्तों की गहराई को दिखाती है. इसी सहयोग को आगे बढ़ाते हुए दोनों देश कुशल श्रमिकों के आदान-प्रदान और व्यावसायिक प्रशिक्षण (vocational training) के क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं. फरवरी 2024 में बाडेन-वुर्टेमबर्ग और महाराष्ट्र के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए, जो फ्यूचर में सहयोग को और मजबूत करेगा.
फुटबॉल के जरिए भी जुड़ रहा भारत-जर्मनी रिश्ता
डॉ. क्रौट ने बताया कि यह सम्मेलन इस बार भी VfB स्टटगार्ट क्लब के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. यह क्लब खेल के माध्यम से भारत से संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है. उन्होंने अपनी भारत यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें सुदेवा दिल्ली फुटबॉल क्लब जाने का अवसर मिला, जहां VfB स्टटगार्ट ने युवा प्रशिक्षण शिविरों और टूर्नामेंटों के लिए साझेदारी कार्यक्रम शुरू किया है. इस मौके पर टीवी9 नेटवर्क के MD बरुण दास और VfB स्टटगार्ट के सीएमओ रूवेन कैस्पर ने डॉ. निकोल हॉफमिस्टर-क्रौट को उनके जन्मदिन पर बुके और शॉल भेंट कर शुभकामनाएं दीं.
इसे भी पढ़ें- FTA से 2028 तक डबल हो सकता है भारत-EU ट्रेड, जर्मनी में TV9 के MD&CE0 बरूण दास के संबोधन के साथ न्यूज9 ग्लोबल समिट का आगाज
Latest Stories

News9 Global Summit 2025: जर्मनी की टेक्नोलॉजी और भारत का टैलेंट ला सकते हैं नई औद्योगिक क्रांति

News9 Global Summit: भारतीय टैलेंट और जर्मन टेक से पूरी दुनिया को फायदा, बनेगा इनोवेशन का ग्लोबल मॉडल

PM मोदी ने ट्रंप से की बात, ‘गाजा शांति योजना’ के लिए दी बधाई, ट्रेड समझौते की भी हुई समीक्षा
