NTPC परमाणु ऊर्जा में करने जा रही है 5.33 लाख करोड़ रुपये का निवेश, 30 गीगावॉट तक बढ़ेगा बिजली का उत्पादन

एनटीपीसी पहले से ही न्यूक्लियर पावर के साथ दो 2.6 गीगावॉट क्षमता के प्लांट बना रही है, जिसमें से एक मध्य प्रदेश में और दूसरा राजस्थान में है. वहीं, भारत ने 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ईंधन बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई है.

NTPC भारत की परमाणु ऊर्जा योजना का नेतृत्व करने की योजना बना रही है. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी, NTPC अगले 20 वर्षों में 30 गीगावॉट की परमाणु ऊर्जा क्षमता जोड़ने की योजना बना रही है, जो पहले अनुमानित क्षमता से तीन गुना अधिक है. इस परियोजना पर 62 अरब डॉलर (5.33 लाख करोड़ रुपये ) का खर्च आएगा. हालांकि, NTPC ने पहले 10 गीगावॉट की परमाणु क्षमता का लक्ष्य रखा था. लेकिन इस महीने सरकार ने इस सेक्टर को विदेशी और निजी निवेश के लिए खोलने की योजना की घोषणा की. इसके बाद कंपनी ने अपने लक्ष्य को तीन गुना कर दिया.

पीटीआई के मुताबिक, भारत ने 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ईंधन बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई है और 2047 तक कम से कम 100 गीगावॉट परमाणु क्षमता हासिल करना चाहता है. भारत की स्टेट-रन न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया वर्तमान में देश की लगभग 8 गीगावॉट क्षमता का एकमात्र ऑपरेटर है, जिसका लक्ष्य 2032 तक इसे बढ़ाकर 20 गीगावॉट करना है.

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2.6 गीगावॉट क्षमता के प्लांट

एनटीपीसी पहले से ही न्यूक्लियर पावर के साथ दो 2.6 गीगावॉट क्षमता के प्लांट बना रही है, जिसमें से एक मध्य प्रदेश में और दूसरा राजस्थान में है. सूत्रों ने बताया कि यह 27 स्थानों पर विस्तृत अध्ययन के लिए आठ राज्यों में भूमि के लिए शीघ्र स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया में है, क्योंकि सार्वजनिक प्रतिरोध और अधिग्रहण के मुद्दों ने देश की परमाणु ऊर्जा महत्वाकांक्षाओं को बाधित किया है. इन राज्यों में गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु शामिल हैं.

इन कंपनियों ने दिखाई रुचि

सूत्रों ने कहा कि ये स्थान कम से कम 50 गीगावॉट की क्षमता स्थापित करने के लिए पर्याप्त हो सकते हैं. रॉयटर्स ने बताया कि टाटा पावर, वेदांता, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी पावर जैसी निजी भारतीय कंपनियों और समूहों ने परमाणु ऊर्जा में अपनी रुचि दिखाई है. सूत्रों ने बताया कि एनटीपीसी की नवगठित इकाई एनटीपीसी परमाणु ऊर्जा निगम इस क्षेत्र में भागीदारी के माध्यम से निवेश करने की संभावना है.

परमाणु रिएक्टरों के निर्माण पर चल रही बातचीत

कंपनी के एक कार्यकारी ने पिछले सप्ताह रॉयटर्स को बताया कि एनटीपीसी रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित विदेशी फर्मों के साथ छोटे परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के बारे में बातचीत कर रही है. सूत्रों ने कहा कि संभावित भागीदारों में फ्रांस की ईडीएफ और अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक और होलटेक इंटरनेशनल शामिल हैं. ईडीएफ ने कहा कि वह एक छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर प्रोजेक्ट को विकसित करने के लिए भारतीय औद्योगिक भागीदारों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है.