SBI का बड़ा कदम! Nayara Energy के विदेशी लेन-देन पर रोक

देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने Nayara Energy के विदेशी लेन-देन और विदेशी मुद्रा ट्रांजैक्शन्स पर रोक लगा दी है. वजह? अमेरिका और यूरोप के ताजा प्रतिबंध, जो रूस से जुड़ी कंपनियों को निशाना बना रहे हैं. Nayara Energy, जिसमें रूस की Rosneft की हिस्सेदारी है, हाल ही में EU के सैंक्शन्स पैकेज में आ गई. इसके बाद SBI ने अंतरराष्ट्रीय जोखिम से बचने के लिए यह कदम उठाया. इस वीडियो में जानिए, SBI के इस फैसले के पीछे असली कारण, Nayara Energy पर EU और US सैंक्शन्स का असर, और अमेरिका का 50% टैरिफ़ भारत पर कितना भारी.

अगस्त 2017 में रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम ने एस्सार ऑयल की 2 करोड़ टन वार्षिक क्षमता वाली वाडिनार रिफाइनरी का अधिग्रहण किया और इसका नाम बदलकर नयारा एनर्जी कर दिया. विदेशों से कच्चा तेल आयात करने वाली यह कंपनी भारत की रिफाइनिंग क्षमता का 8% हिस्सा रखती है – 256 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष से अधिक, जो एशिया में दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनिंग क्षमता है. नयारा देश भर में 6,500 से अधिक फ्यूल पंप ऑपरेट करती है.