चांदी तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड, 150000 रुपये तक पहुंचेगा भाव; MOFSL ने बताया… आखिर क्यों आ रही तेजी
Silver Price Outlook: 2025 में अब तक, चांदी की कीमतों ने 45 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है, जो एमसीएक्स गोल्ड की 42 फीसदी की तेजी से आगे निकल गया है और सेंसेक्स की 3.6 फीसदी की बढ़त से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. MOFSL का अनुमान है कि आने समय में चांदी की कीमतों में और तेजी देखने को मिलेगी.

Silver Price Outlook: अंतरराष्ट्रीय सर्राफा कीमतों में तेजी और मजबूत मांग के चलते मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई और यह अपने रिकॉर्ड हाई लेवल के आसपास रही. MCX पर चांदी का भाव 0.5 फीसदी बढ़कर 1,26,200 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर पहुंच गया, जबकि पिछले सत्र में यह 1,26,730 रुपये के ऑल टाइम हाई लेवल को छू गया था. 2025 में अब तक, चांदी की कीमतों ने 45 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है, जो एमसीएक्स गोल्ड की 42 फीसदी की तेजी से आगे निकल गया है और सेंसेक्स की 3.6 फीसदी की बढ़त से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है.
निवेशकों की रुचि बढ़ी
वैश्विक बाजार में, चांदी की कीमतें 41.2 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रही थीं, जो 2011 के बाद से उच्चतम स्तर है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने कीमती धातुओं के लिए निवेशकों की रुचि बढ़ा दी है.
रिकॉर्ड बनाएगी चांदी
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) के एनालिस्ट मिडियम से लॉन्ग टर्म में चांदी को लेकर आशावादी बने हुए हैं. उनका अनुमान है कि अमेरिकी डॉलर/रुपये के एक्सचेंज रेट 88.5 रहने पर घरेलू चांदी की कीमतें 1,35,000 रुपये और उसके बाद 1,50,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच जाएंगी.
चांदी की कीमतों में तेजी के पीछे के फैक्टर्स
MOFSL के अनुसार, चांदी में तेजी देखी जा रही है और साल-दर-साल लगभग 37 फीसदी की वृद्धि हुई है. जियो-पॉलिटिकल तनाव और ट्रंप की टैरिफ धमकियां चांदी की सुरक्षित निवेश की अपील को बढ़ा रही हैं. चीन के साथ 90 दिनों की राहत अभी भी जारी है, हालांकि अन्य देशों के साथ टैरिफ अनिश्चितता अभी भी बढ़ रही है. दूसरी तरफ राष्ट्रपति ट्रंप ने जापान, यूरोपीय संघ, इंडोनेशिया जैसे कई देशों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर और बातचीत की है. हालांकि, मॉनिटरी पॉलिसी के फैसलों में ट्रंप प्रशासन की भागीदारी और दबाव भी मार्केट में तनाव बढ़ा रहा है.
चांदी की कीमतों के ट्रिगर के पीछे के फैक्टर्स
- अमेरिकी जीडीपी और श्रम बाजार में लचीलापन दिख रहा है, जिससे औद्योगिक क्षेत्र को समर्थन मिल रहा है.
- चीन में सुधार की उम्मीदों के साथ-साथ बढ़ती निवेश और औद्योगिक मांग, चांदी की कीमतों पर पॉजिटिव प्रभाव डाल रही है.
- रूस स्टेट रिजर्व के लिए चांदी की खरीद की स्पष्ट घोषणा करने वाला पहला देश बन गया है, जिसने तीन वर्षों में 535 मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं.
- 2025 में चांदी के ईटीपी में भी निवेश हुआ है. सऊदी सेंट्रल बैंक द्वारा चांदी से जुड़े ईटीएफ में लगभग 40 मिलियन डॉलर का निवेश किए जाने की खबर है.
- 2025 की पहली छमाही में घरेलू चांदी का आयात लगभग 3000 टन से अधिक हो जाएगा.
- लगातार पांचवें वर्ष की कमी ओवरऑल बाजार सेंटीमेंट के लिए बड़ा बूस्ट है.
- सिल्वर इंस्टीट्यूट का अनुमान है कि 2025 में औद्योगिक मांग कुल उत्पादन का लगभग 60 फीसदी हो सकती है.
चांदी में और तेजी की संभावना
MOFSL ने अपने नेट में कहा कि हम मिड से लॉन्ग टर्म के लिए अपना नजरिया बरकरार रखेंगे. 1,11,111 रुपये और 1,25,000 रुपये के अपने लक्ष्य प्राप्त करने के बाद, हमारा मानना है कि चांदी में और तेजी की संभावना है. ब्रोकरेज ने कहा कि लॉन्ग टर्म सपोर्ट 1,04,000-1,08,000 रुपये के आसपास है. तेजी के बाद, कुछ प्रॉफिट बुकिंग जरूरी है. 1,18,000 और 1,15,000 की गिरावट तक, मौजूदा स्तरों से एक्यूमलेट करना शुरू किया जा सकता है.
डेढ़ लाख तक पहुंचेगी चांदी
घरेलू मोर्चे पर 1,35,000 रुपये और उसके बाद 1,50,000 रुपये के लक्ष्य के लिए सुझाव दिया गया है. 12-15 महीने के पर्सपेक्टिव से गिरावट पर खरीदारी की सलाह दी जाती है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
Latest Stories

वोडाफोन आइडिया ने AGR बकाया को लेकर सुप्रीम कोर्ट का किया रुख, DoT के कैलकुलेशन खिलाफ दायर की याचिका

PMLA मामले में ED की जांच से घिरी Bikaji Foods, MD को समन, शेयर 1.5% टूटे, जानें कैसी है कंपनी की सेहत

Waaree Renewables को मिला ₹1252 करोड़ का ठेका, शेयरों ने भरा फर्राटा, जानें कब तक पूरा करना होगा ऑर्डर
