RBI गवर्नर ने SBI सहित इन बैंकों को दे दिया क्रिसमस गिफ्ट, जानें आपको कैसे मिलेगा फायदा

रिजर्व बैंक की तरफ से शुक्रवार को कैश रिजर्व रेशो (CRR) में 50 बेस पॉइंट कटौती का ऐलान किया गया है. SBI सहित तमाम बैंकों के लिए रिजर्व बैंक का यह फैसला क्रिसमस गिफ्ट से कम नहीं है. जानते हैं बैंकों साथ ही आम लोगों को इस बदलाव का कैसे फायदा मिलेगा?

शक्तिकांत दास Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

रिजर्व बैंक ने शुक्रवार, 6 दिसंबर को कैश रिजर्व रेशो (सीआरआर) में 50 बेस पॉइंट की कटौती का ऐलान किया है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक सीआरआर में कटौती से देश के बैंकिंग सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता आएगी. जानकारों का मानना है कि बाजार में तरलता बढ़ने से आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी. खासतौर पर इस कदम से ब्याज दरों में स्थिरता बनी रह सकती है.

रिजर्व बैंक के इस फैसले पर ब्रोकरेज फर्म सिटी ने एक नोट जारी किया है. इसमे सिटी ने बताया कि इस कटौती के बाद बैंकों की नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) प्रभावित होगी. सिटी के नोट में बताया गया है कि सीआरआर घटने से किस बैंक पर क्या असर होगा, आइए जानते हैं.

एसबीआई पर असर

एसबीआई भारत का सबसे बड़ा कर्जदाता बैंक है. इसका सीआरआर फिलहाल 4.7% है. 50 बेस पॉइंट की कटौती के बाद आंकड़ा 4.2% पर आ जाएगा. सिटी का अनुमान है कि इस सीआरआर कटौती के बाद एसबीआई की NII में 17,028 करोड़ की वृद्धि होगी, जो इसकी ब्याज से होने वाली सालाना आय का 0.8% है.

आईसीआईसीआई बैंक

सिटी के नोट के मुताबिक देश के दूसरे सबसे बड़े निजी लैंडर के पास फिलहाल सीआरआर 5.5% है. कटौती के बाद यह 5% पर आ जाएगा. RBI के इस कदम से बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम में 4,867 करोड़ की वृद्धि होगी. यह कंपनी की सालाना ब्याज आय के 0.5% जितना है.

पीएनबी

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पीएनबी के पास फिलहाल 4.4% सीआरआर है. रिजर्व बैंक की तरफ से की गई कटौती के बाद यह अब 3.9% पर आ जाएगा. इस तरह इस कटौती की वजह से बैंक को NII के तौर पर 4,596 करोड़ का फायदा होगा. यह बैंक की सलाना ब्याज के करीब 1% के बराबर है.

बैंक ऑफ बड़ौदा

सार्वजनिक क्षेत्र के एक और बड़े बैंक बीओबी को लेकर सिटी के नोट में बताया गया है कि इस बैंक का सीआरआर फिलहाल 3.7% है. यह इसके समकक्ष बैंकों में सबसे कम है. रिजर्व बैंक की कटौती के बाद इसका सीआरआर 3.2% हो जाएगा. इस कदम से बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) में 4,409 करोड़ की वृद्धि होगी, जो इसके वार्षिक NII का 0.8% के बराबर है.

इन बैंको को भी मिलेगा फायदा

सीआरआर में 50 बेस पॉइंट की कमी का फायदा NII के तौर पर अन्य बैंकों को भी होगा. एक्सिस बैंक को 3,830 करोड़ , कोटक महिंद्रा बैंक को 1,464 करोड़, इंडसइंड बैंक को 1,372 करोड़, फेडरल बैंक को 879 करोड़, आरबीएल बैंक को 368 करोड़ और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को 355 करोड़ का फायदा NII के रूप में होगा.

आम लोगों को क्या फायदा

ज्यादा सीआरआर होने पर बैंकों की कर्ज देने की क्षमता घट जाती है. इससे बाजार में नकदी की उपलब्धता भी कम हाती है. वहीं, सीआरआर कम होने पर बैंकों के पास कर्ज देने के लिए ज्यादा रकम होती है. इससे बाजार में नकदी का प्रवाह भी बढ़ता है. बाजार में जब ज्यादा नकदी होती है, तो कर्ज आसानी से मिलता है. इस तरह सीआरआर से बैंकों के साथ ही आम लोगों को भी फायदा होता है.