कतर में अंबानी की ट्रंप से मुलाकात के क्या हैं मायने, किसे साधने की कोशिश कर रहा अमीर भारतीय परिवार?
Mukesh Ambani-Donald Trump: कतर में ट्रंप के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोज में अंबानी मौजूद थे. एक वीडियो में अंबानी राजकीय रात्रिभोज के लिए जाने से पहले ट्रंप और कतर के शेख तमीम बिन हमद अल-थानी दोनों के साथ नजर आ आ रहे हैं.
Mukesh Ambani-Donald Trump: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कतर के दोहा में लुसैल पैलेस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. इस साल जनवरी में ट्रंप के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद यह उनकी दूसरी पब्लिक मीटिंग है. कतर में ट्रंप के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोज में अंबानी मौजूद थे. एक वीडियो में अंबानी राजकीय रात्रिभोज के लिए जाने से पहले ट्रंप और कतर के शेख तमीम बिन हमद अल-थानी दोनों के साथ नजर आ आ रहे हैं. ट्रंप और अंबानी की दोहा में हुई मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. आइए इसे समझने की कोशिश करते हैं.
ट्रंप के फैसले और अंबानी का कारोबार
हालांकि, कहा जा रहा है कि राजकीय रात्रिभोज में बिजनेस से जुड़ी चर्चाएं नहीं हुईं. लेकिन फिर भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के कुछ कारोबार ट्रंप के लिए फैसलों से करीबी से जुड़े हुए हैं.
जनवरी में मुकेश अंबानी अपनी पत्नी नीता के साथ ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए अमेरिका गए थे. वे उन चुनिंदा 100 लोगों में भी शामिल थे, जिन्होंने शपथ ग्रहण से एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ एक कैंडललाइट डिनर में भाग लिया था.
रिलायंस के अमेरिका, कतर के साथ व्यापारिक संबंध
2024 में रिलायंस ने अमेरिकी सरकार से छूट हासिल की, जिससे कंपनी को वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात फिर से शुरू करने की अनुमति मिल गई. हालांकि, ट्रंप द्वारा वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद यह बंद हो गया.
ऑयल टू रिटेल कारोबार करने वाला यह समूह रूस जैसे देशों से खरीदे गए क्रूड ऑयल से अमेरिकी बाजार में गैसोलीन जैसे फ्यूल की सप्लाई भी करता है.
सॉवरेन वेल्थ फंड का रिलायंस में निवेश
समूह के कतर के साथ भी संबंध हैं, जिसके सॉवरेन वेल्थ फंड- कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) ने अंबानी के रिटेल वेंचर में लगभग 1 अरब डॉलर का निवेश किया है. फरवरी में कतर के शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने भारत का दौरा किया था और अलग-अलग उद्योगों में 10 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा किया था. ट्रंप गल्फ के तीन देशों यात्रा पर हैं, ट्रंप ने सऊदी अरब से शुरुआत करते हुए मिडिल ईस्ट के तीन देशों की अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में कतर का दौरा किया.
रिलायंस की क्या है कोशिश?
मुकेश अंबानी और ट्रंप की मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब रिलायंस अमेरिका और कतर में प्रमुख हस्तियों के साथ अपने जुड़ाव को मजबूत करना चाहता है. पिछले कुछ वर्षों में कतर के सॉवरेन वेल्थ फंड, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) ने रिलायंस के कारोबार में कई निवेश किए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने 1 फीसदी की हिस्सेदारी के लिए 8,278 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
अंबानी Google और मेटा सहित प्रमुख अमेरिकी टेक फर्मों के साथ महत्वपूर्ण पार्टनरशिप भी बनाए हुए हैं. गूगल और मेटा जैसी अमेरिकी टेक दिग्गजों ने अंबानी के डिजिटल वेंचर में इक्विटी हिस्सेदारी भी ली है.
अंबानी और ट्रंप परिवार के संबंध
अंबानी परिवार के ट्रंप परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध हैं. डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप जब 2017 में ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट के लिए हैदराबाद आई थीं, तब अंबानी वहां मौजूद थे. वह उस समय राष्ट्रपति ट्रंप की सलाहकार थीं. अंबानी उस समय भी मौजूद थे जब ट्रंप ने फरवरी 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में आखिरी बार भारत का दौरा किया था. इवांका और उनके पति जेरेड कुशनर और उनकी सबसे बड़ी बेटी अरबेला रोज उन मशहूर हस्तियों में शामिल थीं, जो मार्च 2024 में गुजरात के जामनगर में अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत और राधिका मर्चेंट के तीन दिवसीय प्री-वेडिंग समारोह में शामिल हुए थे.