
अमेरिका को मंदी से बचाएंगे मुकेश अंबानी?
इस साल जनवरी से अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की दो बार मुलाकात हो चुकी है. टैरिफ के चलते जारी अनिश्चितता, वेनेजुएला से तेल के इंपोर्ट पर लगी रोक के बीच इस मुलाकात के क्या मायने हैं? क्या अमेरिकी इकोनॉमी को मंदी में जाने से बचाने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज की मदद लेना चाहते हैं डोनाल्ड ट्रंप? क्या अमेरिका में कोई बड़ा इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं मुकेश अंबानी? इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे इस खास एनालिसिस में
जनवरी में मुकेश अंबानी अपनी पत्नी नीता के साथ ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए अमेरिका गए थे. वे उन चुनिंदा 100 लोगों में भी शामिल थे, जिन्होंने शपथ ग्रहण से एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ एक कैंडललाइट डिनर में भाग लिया था.
2024 में रिलायंस ने अमेरिकी सरकार से छूट हासिल की, जिससे कंपनी को वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात फिर से शुरू करने की अनुमति मिल गई. हालांकि, ट्रंप द्वारा वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद यह बंद हो गया.