तुम टैरिफ बढ़ाओ, हम आत्मनिर्भरता बढ़ाएंगे, ट्रंप पर आनंद महिंद्रा और हर्ष गोयनका की दो टूक
अमेरिका का भारतीय वस्तुओं पर 50 फीसदी टैरिफ के फैसले पर बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा और हर्ष गोयनका ने अपना सुझाव दिया. गोयनका ने संप्रभुता से समझौता न करने की बात कही, जबकि महिंद्रा ने इसे अनचाहे परिणामों का नियम बताया और भारत को सिंगल विंडो सिस्टम व पर्यटन पर जोर देने की सलाह दी है.
Anand Mahindra and Harsh Goenka on Trump tariff: जहां एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को लेकर हर रोज नए फैसले ले रहे हैं. उन्होंने भारत को बड़ा झटका देते हुए 6 अगस्त को टैरिफ को दोगुना कर 50 फीसदी करने का ऐलान कर दिया. ट्रंप के इस फैसले पर भारतीय उद्योगपतियों ने नाराजगी जताई है. आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. हर्ष गोयनका ने कहा कि आप हमारे निर्यात पर टैरिफ लगा सकते हैं, लेकिन हमारी संप्रभुता पर नहीं. वहीं आनंद महिंद्रा ने अमेरिका के इस कदम को अनचाहे परिणामों का नियम यानी Law of Unintended Consequences बताया और भारत के लिए दो बड़े सुझाव दिए.
क्या कहा हर्ष गोयनका ने
बिजनेसमैन हर्ष गोयनका ने अमेरिकी टैरिफ पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि आप हमारे निर्यात पर शुल्क लगा सकते हैं, लेकिन हमारी संप्रभुता पर नहीं. उन्होंने आगे कहा कि भारत अब अधिक संकल्प, वैकल्पिक व्यापार रणनीतियों और मजबूत आत्मनिर्भरता के साथ जवाब देगा. हर्ष गोयनका ने अपने बयान में कहा, “अपने शुल्क बढ़ाओ, हम अपना संकल्प बढ़ाएंगे, बेहतर विकल्प खोजेंगे और आत्मनिर्भरता का निर्माण करेंगे. भारत किसी के आगे नहीं झुकेगा.”
आनंद महिंद्रा ने दिए दो बड़े सुझाव
आनंद महिंद्रा ने ट्रंप के टैरिफ फैसले को “Law of Unintended Consequences” करार दिया और कहा कि यह फैसला अमेरिका के लिए उलटा भी पड़ सकता है. उन्होंने भारत सरकार को इस मौके का फायदा उठाने की सलाह दी और दो बड़े कदम सुझाए. साथ ही आनंद महिंद्रा ने इसे 1991 के आर्थिक संकट जैसा एक बड़ा अवसर बताया है.
1. व्यापार करने में आसानी (Ease of Doing Business) को सुधारें
आनंद महिंद्रा ने कहा कि केवल छोटे-मोटे सुधारों से बात नहीं बनेगी. भारत को एक ऐसा सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम तैयार करना चाहिए जहां निवेश की सारी मंजूरी एक ही जगह से मिल सके. उन्होंने कहा कि शुरुआत उन राज्यों से होनी चाहिए जो इस राष्ट्रीय पहल का हिस्सा बनने को तैयार हैं. भारत अगर स्पीड, सिंप्लिसिटी और प्रिडिक्टेबिलिटी दिखा सके, तो वह वैश्विक निवेश के लिए सबसे भरोसेमंद ठिकाना बन सकता है.
2. पर्यटन को विदेशी मुद्रा का इंजन बनाएं
आनंद महिंद्रा ने कहा कि पर्यटन भारत में रोजगार और विदेशी मुद्रा का सबसे कम उपयोग किया गया सोर्स है. उन्होंने सुझाव दिया कि वीजा प्रक्रिया को तेज किया जाए, टूरिस्ट सुविधाएं बेहतर हों और देश में स्पेशल टूरिज्म कॉरिडोर बनाए जाएं. इन कॉरिडोर में सुरक्षा, सफाई और सुविधा का पूरा ध्यान हो. ये क्षेत्र देश में पर्यटन के मॉडल जोन बन सकते हैं और बाकी इलाकों को भी आगे बढ़ा सकते हैं.
क्या है ट्रंप का टैरिफ ऑर्डर?
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 6 अगस्त को एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए, जिसका नाम है “Addressing Threats to the US by the Government of the Russian Federation”. इसके तहत भारत पर 25 फीसदी एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया है, जो 27 अगस्त से लागू होगा. इससे पहले ही भारत पर 25 फीसदी का टैरिफ लागू था, और अब कुल मिलाकर यह 50 फीसदी हो जाएगा. ऑर्डर में कहा गया है कि यह एक्स्ट्रा टैरिफ बाकी सभी ड्यूटी, टैक्स और चार्ज के अलावा होगा. ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत, रूस से सीधे या परोक्ष रूप से तेल खरीद रहा है और यह अमेरिका के हितों के खिलाफ है.
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