महंगाई के वार से बचाएगी सरकार, कम कीमत में मिलेंगे दाल, चावल और आटा
त्योहारों के मौसम में खाद्य की बढ़ती महंगाई से केंद्र सरकार आम लोगों को राहत दे सकती है. इसके लिए भारत ब्रांड के नाम पर फिर से सरकार दाल, चावल और आटा की बिक्री शुरू करने की तैयारी में है.

भारत में महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए सरकार ने राहत की खबर लाई है. त्योहारों के मौसम में खाद्य की बढ़ती महंगाई से केंद्र सरकार आम लोगों को राहत दे सकती है. इसके लिए भारत ब्रांड के नाम पर फिर से सरकार दाल, चावल और आटा की बिक्री शुरू करने की तैयारी में है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार इस बिक्री की शुरुआत इस महीने से कर सकती है.
बाजार से कम कीमत में होती थी बिक्री
बढ़ते महंगाई की मार से आम लोगों को बचाने के लिए सरकार ने मार्केट भाव से कम कीमत में दाल, चावल और आटा की बिक्री करने की शुरुआत की थी. पहली बार केंद्र ने ये काम पिछले साल के नवंबर में किया था. उस वक्त सरकार ने भारत आटा को बाजार में उतारा था. बता दें कि पहले सरकार केवल केंद्रीय भंडार और मोबाइल वैन के माध्यम से भारत आटा और भारत चावल की बिक्री करती थी जिसे बाद में कई अन्य सरकारी और प्राइवेट स्टोर पर उपलब्ध कराया गया था. लेकिन जून में सरकार ने चावल और आटे की बिक्री बंद कर दी थी. मौजूदा समय में केवल दालों की ही बिक्री की जा रही है.
महंगाई में बढ़ोतरी
सरकारी आंकड़ों की मानें तो अगस्त में सब्जियों और फलों की कीमतों में बढ़ोतरी होने से रिटेल इन्फ्लेशन की दर को बढ़ाकर 3.7 फीसदी कर दिया था. जुलाई में यह आंकड़ा 3.6 फीसदी था. कयास लगाए जा रहे हैं कि सितंबर में इस आंकड़ा में बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं सब्जियों के इन्फ्लेशन रेट की बात करें तो जुलाई में ये 6.8 फीसदी थी जबकि अगस्त में बढ़ोतरी के बाद यह 10 फीसदी से अधिक हो गई थी. इसी तर्ज पर इस अवधि में फलों की इन्फ्लेशन रेट में भी 2.5 फीसदी की बढ़त देखी गई है.
कीमत में हो सकती है बढ़ोतरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार इनकी दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव है. 10 किलो आटे के बैग को 275 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये किया जा सकता है. वहीं चावल का 10 किलो बैग की कीमत 295 रुपये से 320 रुपये के बीच किया जा सकता है. चना, मूंग और मसूर दाल को भी क्रमश: 60 से 70, 107 और 89 रुपये के अधिकतम कीमत के साथ बेचा जा सकता है.
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