ये हैं मुंबई के सबसे बड़े जमींदार, माया नगरी में हजारों एकड़ जीमन पर है मालिकाना हक

महाराष्ट्र में स्लम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को रेगुलेटेड करने के लिए साल 2015 में एसआरए ने एक सर्वे किया था. इस सर्वे के अनुसार मुंबई के रियल एस्टेट बाज़ार में 1 लाख एकड़ से ज़्यादा ज़मीन शामिल है, जिसमें से रहने योग्य जमीन केवल 34,000 एकड़ ही है.

मुंबई का नाम सुनते ही लोगों के जेहन में सबसे पहले हाईराइज बिल्डिंग की तस्वीर उभरकर सामने आती है. लोगों को लगता है कि इस माया नगरी में घर बनाने के लिए जमीन की कमी है. ऐसे में लोग मजबूरन हाईराइज बिल्डिंग में फ्लैट लेकर रह रहे हैं. इसके लिए लोगों को करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. लेकिन क्या आपको मालूम है कि मुंबई में कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनके पास बड़े-बड़े जमीनदारों से भी ज्यादा जमीन है. स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन परिवारों के पास मुंबई की कुल जमीन का 20 फीसदी हिस्सा है.

दरअसल, महाराष्ट्र में स्लम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को रेगुलेटेड करने के लिए साल 2015 में एसआरए ने एक सर्वे किया था. इस सर्वे के अनुसार मुंबई के रियल एस्टेट बाज़ार में 1 लाख एकड़ से ज़्यादा ज़मीन शामिल है, जिसमें से रहने योग्य जमीन केवल 34,000 एकड़ ही है. खास बात ये है कि इसमें से लगभग 20 प्रतिशत जमीन केवल मुबंई के 9 रईसो के पास हैं. इन 9 रईसों की जमीन पर उनके परिवार और ट्रस्ट का भी हिस्सा शामिल है. सबसे बड़ी बात यह है 20 फीसदी में भी लगभग आधी जमीन का मालिकाना मुंबई के विक्रोली इलाके में गोदरेज परिवार के पास है.

मुंबई के इस इलाके में है जमीन

एसआरए सर्वे के अनुसार, गोदरेज परिवार के पास मुंबई के विक्रोली इलाके में 3,400 एकड़ से थोड़ी अधिक जमीन है. सर्वे के अनुसार, यह भूमि विक्रोली में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे (ईईएच) पर स्थित है. अब कंपनी कई फेजेज में भूमि बैंक का मोनेटाइजेशन कर रही है. क्योंकि गोदरेज समूह के संस्थापक परिवार ने जून 2024 में समूह को विभाजित करने के लिए एक समझौता किया था, जिसमें आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर गोदरेज ने गोदरेज इंडस्ट्रीज को अपने पास रखा, जिसमें 5 लिस्टेड कंपनियां हैं. जबकि चचेरे भाई जमशेद और स्मिता को गैर-लिस्टेड गोदरेज एंड बॉयस को मुंबई में प्रमुख संपत्ति सहित एक लैंड बैंक मिला है.

इन जमीनों की कितनी है कीमत

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के एक रियल एस्टेट डेवलपर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि गोदरेज परिवार के स्वामित्व वाली लगभग 3,400 एकड़ भूमि पर कई रिजर्वेशन हैं, जिसके कारण कुछ सीमाएं हैं. लेकिन अगर हम इन सीमाओं के साथ भूमि के मूल्य पर विचार करते हैं, तो यह लगभग 30,000 करोड़ रुपये हो सकता है. अगर हम भूमि बैंक पर सीमाओं को छोड़ दें, तो इसका रेट 50,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है.

इनके पास है इतनी जमीन

वहीं, एफई दिनशॉ ट्रस्ट जमीन के मामले में दूसरे स्थान पर है. इसके पास मुंबई में लगभग 683 एकड़ जमीन है. सर्वे के अनुसार, ट्रस्ट के पास मलाड और आस-पास के इलाकों में ज़मीन के बैंक हैं. प्रतापसिंह वल्लभदास सुरजी का परिवार मुंबई में जमीन के स्वामित्व के मामले में तीसरे स्थान पर है. इनके पास मुंबई के भांडुप इलाके और उसके आस-पास के इलाकों में लगभग 647 एकड़ ज़मीन है. वहीं, मुबई का चौथा सबसे बड़ा जमींदार जीजीभॉय अर्देशिर ट्रस्ट है. जीजीभॉय अर्देशिर ट्रस्ट के पास मुंबई के चेंबूर में 508 एकड़ ज़मीन है. जबकि, पांचवे नंबर पर एएच वाडिया ट्रस्ट आता है. इस ट्रस्ट के पास कुर्ला में 361 एकड़ ज़मीन है.