बड़े काम की है टेनिस बॉल, फ्लाइट-ट्रेन या कहीं घूमने जाएं तो हमेशा रखें साथ, इमरजेंसी की है डॉक्टर

लंबी यात्रा में घंटों बैठे रहने से पैर भारी हो जाते हैं, कमर और कूल्हों में अकड़न आ जाती है और शरीर दर्द से भर जाता है. लेकिन एक छोटी सी टेनिस बॉल इन सारी परेशानियों को आसानी से दूर कर सकती है. सस्ती, हल्की और जगह न लेने वाली यह बॉल आपकी फ्लाइट, ट्रेन या रोड ट्रिप को आरामदायक बना देगी.

How to reduce stiff & pain During Travelling Image Credit: Canva/ Money9

How to reduce stiff & pain During Travelling: लंबी दूरी की यात्रा करते समय पैरों का भारी होना, कूल्हे-कमर में अकड़न या शरीर में दर्द तो हम सभी ने झेला ही है. घंटों बैठे या लेटे रहने से शरीर में मूवमेंट कम हो जाती है. इन परेशानियों की मुख्य वजह भी यही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबी फ्लाइट, ट्रेन या रोड ट्रिप में होने वाली पीठ, कमर और पैरों की जकड़न को दूर करने का सबसे सस्ता और आसान उपाय एक छोटी सी टेनिस बॉल है. इसे न तो कस्टम वाले रोकते हैं और न ही इसे अपने साथ ले जाना अवैध है. इस रिपोर्ट में बताई गई 5 बातें आपकी अगली यात्रा को न सिर्फ आरामदायक बल्कि मजेदार भी बनाएंगी.

लंबी यात्राएं शरीर पर क्यों असर डालती हैं

लंबे समय तक बैठे रहने से मांसपेशियां एक ही जगह पर रहती हैं और खून का बहाव कम हो जाता है. इससे जोड़ों में जकड़न आती है और कमर-कूल्हों पर ज्यादा दबाव पड़ता है. जगह कम होने से आप पैरों और शरीर के अन्य हिस्से को फैला नहीं पाते. इसलिए गर्दन, कंधे और पैरों में तनाव बढ़ता है. इससे थकान और दर्द हो जाता है.

टेनिस बॉल कैसे है मददगार?

  • कमर और कूल्हों के दर्द को कम करती है.

लंबी फ्लाइट या ट्रेन में कमर दर्द और कूल्हों की जकड़न आम है. टेनिस बॉल को एक कूल्हे के नीचे रखकर हल्के गोल-गोल घुमाएं एक मिनट तक, फिर दूसरी तरफ करें. इससे जकड़न कम होती है. यह कम जगह में आसानी से किया जा सकता है.

  • गर्दन और ऊपरी पीठ की जकड़न दूर करती है.

सीट पर पोस्चर एक ही रहने से गर्दन और कंधों में जकड़न आती है. सीट को थोड़ा पीछे करके टेनिस बॉल को गर्दन और सीट के बीच रखें. शरीर को ऊपर-नीचे या साइड में हल्के हिलाएं. इससे तनाव कम होता है.

  • पैरों और टांगों को भारी और सुन्न होने से बचाती है.

लंबे बैठने से पैर भारी लगते हैं. टेनिस बॉल को पैर के नीचे रखकर हल्के दबाव से आगे-पीछे और गोल-गोल घुमाएं. इससे पैरों की जकड़न कम होती है और खून का बहाव बेहतर होता है.

  • बैठे रहने में खून के बहाव को बेहतर बनाती है.

ट्रैवल के दौरान शरीर में कम हलचल से खून का बहाव प्रभावित होता है. पैरों के नीचे या पीठ पर टेनिस बॉल घुमाने से मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं और खून का बहाव भी बेहतर हो जाता है. इससे थकान कम लगती है.

  • छोटी हलचल से यात्रा की थकान कम करती है.

लंबे समय तक एक जगह बैठना मुश्किल होता है. टेनिस बॉल इस्तेमाल करने से खुद-ब-खुद शरीर में हलचल होती है. इससे मांसपेशियों के संवेदनशील पॉइंट्स ढीले होते हैं और बेचैनी कम होती है. डॉक्टर कहते हैं कि हर 30 मिनट में पोस्चर बदलें और जब मौका मिले तो थोड़ा चलें.

इन बातों का रखें ध्यान

टेनिस बॉल से जकड़न और खून का बहाव बेहतर होता है, लेकिन सही तरीके से इस्तेमाल करने से ही ये होता है.

  • हल्का दबाव डालें, ज्यादा जोर न लगाएं.
  • चोट वाली जगह पर इस्तेमाल न करें.
  • हलचल धीरे और कंट्रोल में रखें.
  • दर्द बढ़े तो तुरंत रोक दें.
  • कुछ घंटों में चलना या स्ट्रेच जरूर करें.

कौन लोग इसे साथ रखें?

जो लोग लंबी यात्रा करते हैं, जैसे फ्लाइट में सीट छोटी होने से परेशानी, ट्रेन में रात भर बैठना या कार में घंटों ड्राइव. खासकर जिन्हें कमर, कूल्हे या पैरों में जकड़न जल्दी होती है, उनके लिए यह बहुत काम की है. छोटी, हल्की और जगह न लेने वाली यह चीज यात्रा को मजेदार बना सकती है.