शिलांग से कितनी दूर है गाजीपुर, कैसे पहुंची सोनम, इन राज्यों से जुड़े हैं हत्या के तार
Sonam Raghuvanshi: सोनम रघुवंशी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वो शिलांग से गाजीपुर कैसे पहुंची. राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश तीन राज्यों में फैली हुई है. सोनम रघुवंशी ने सोमवार की सुबह गाजीपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है.

Sonam Raghuvanshi: 16 दिनों की तलाश और कई सवालों के बाद शिलांग में लापता इंदौर के दंपति का मामला नाटकीय ढंग से समाप्त हो गया है, जब पत्नी सोनम रघुवंशी ने सोमवार की सुबह गाजीपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम रघुवंशी 23 मई से शिलांग में ‘लापता’ थी. उसने अपने पति का शव चेरापूंजी क्षेत्र में एक गहरी खाई में पाए जाने के एक सप्ताह बाद आत्मसमर्पण कर दिया. हालांकि, उसके आत्मसमर्पण के पीछे कई कहानियां हैं. आखिर ऐसा क्या हुआ कि सोनम रघुवंशी को आत्मसमर्पण करने की नौबत आ गई है, और इसके बाद सारी कहानी धागे की तरह खुलती चली गई.
किसने रचा था हत्या का प्लान?
इंडिया टुडे टीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में मेघालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि सोनम ने अपने हनीमून ट्रिप के दौरान अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या का प्लान रचा था. क्योंकि उसका कथित तौर पर राज कुशवाहा नाम के एक व्यक्ति के साथ संबंध था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि पीड़िता के शरीर पर कई तेज चोटें थीं, लेकिन दो बड़े घाव थे – एक सिर के सामने और दूसरा पीठ पर.
मेघालय पुलिस ने दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई अहम जानकारियां दीं. ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम के अनुसार, सबसे पहले ललितपुर के 19 वर्षीय आकाश राजपूत को गिरफ्तार किया गया. दूसरा आरोपी विशाल सिंह चौहान (उम्र 22 वर्ष) इंदौर का है. तीसरा राज सिंह कुशवाहा (उम्र 21 वर्ष) इंदौर का है. राज सिंह कुशवाहा सोनम का प्रेमी बताया जा रहा है. इस मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है और सोनम ने आत्मसमर्पण किया है. मेघालय पुलिस का कहना है कि सोनम ने कई राज्यों की जांच के दबाव में आकर आत्मसमर्पण किया है.
शिलांग में हनीमून के दौरान अपने पति की हत्या के 17 दिन बाद अचानक सामने आई सोनम ने दावा किया कि उसका अपहरण हुआ था और वह हत्या में आरोपी नहीं है.
शिलांग से गाजीपुर की दूरी
हालांकि, सोनम रघुवंशी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वो शिलांग से गाजीपुर कैसे पहुंची. शिलांग से गाजीपुर तक 1,162 किलोमीटर की यात्रा बहुत कठिन है, जिसमें कोई सीधी रेल सेवा नहीं है. सड़क मार्ग से भी बिना रुके यात्रा में लगभग 25 घंटे लगेंगे और फ्लाइट की सर्विस तो उपलब्ध है नहीं. फिर सोनम ने यह यात्रा कैसे की अकेले या किसी मदद से – यह अभी पता नहीं चल पाया है. पुलिस को इस गुत्थी को भी सुलझाना होगा.
आत्मसमर्पण की नौबत क्यों आई?
रिपोर्ट के अनुसार, शिलांग पुलिस को कॉल डिटेल और शिलांग में सोनम और राजा के साथ नजर आने वाले तीन पर्यटकों के बारे में पता चला. हत्या के आरोपी जहां रुके थे, वहां से उनकी जानकारियां जुटाई गईं और फिर से इंदौर पुलिस से साझा कई गई. क्राइम ब्रांच ने शाम तक जाल बिछाया और रात को इंदौर से विशाल चौहान, राज कुशवाहा और आकाश राजपूत को गिरफ्तार कर लिया.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो इस पूरे वाकये के दौरान सोनम रघुवंशी हत्या के आरोपियों के संपर्क में थी. जब उसे पता चला कि सभी लोग पुलिस की गिरफ्त में हैं, तो उसके पास आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई चारा नहीं था.
16 दिनों से लापता सोनम अचानक रात को गाजीपुर पहुंची और फिर वहां आत्मसमर्पण कर दिया. वाराणसी-गाजीपुर हाइवे के जिस ढाबे से सोनम को पुलिस ने हिरासत में लिया, उस ढाबे के मालिक ने भी पूरी कहानी बताई है.
ढाबा मालिक के फोन ने बदल दिया गेम
ढाबा मालिक साहिल यादव के अनुसार, वह (सोनम) मानसिक रूप से परेशान लग रही थी और उसने खुलासा किया कि उसके भाई ने उसे पुलिस को सूचित करने के लिए कहा था. उन्होंने दावा किया कि सोनम लगभग दो घंटे तक ढाबे पर रुकी और उसे बताया कि मेघालय में डकैती में उसके पति की हत्या कर दी गई है. उसने अपने परिवार को कॉल करने के लिए मेरा फोन मांगा और मैंने उसे दे दिया. वह उनसे बात करते हुए रोने लगी. मैंने उससे फोन लिया और उसके परिवार को उसके स्थान के बारे में सूचित किया. वह मानसिक रूप से स्थिर नहीं लग रही थी. थोड़ी देर बाद, उसके भाई ने वापस कॉल किया और मुझसे स्थानीय पुलिस को सूचित करने का अनुरोध किया.
सोनम के भाई ने क्या कहा?
पीड़िता के भाई ने आरोप लगाया कि राज कुशवाहा, सोनम के यहां काम करता था और दोनों अक्सर फोन पर संपर्क में रहते थे. उन्होंने सुझाव दिया कि सोनम अपराध में शामिल हो सकती है. उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि दोनों में से किसने मेघालय की यात्रा की योजना बनाई थी. उन्होंने वापसी के टिकट भी बुक नहीं किए थे.
तीन राज्यों में फैली हत्या की साजिश
राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश तीन राज्यों में फैली हुई है. उत्तर प्रदेश, जहां सोनम को हिरासत में लिया गया, मध्य प्रदेश का इंदौर, जहां हत्यारों को गिरफ्तार किया गया था और मेघालय, जहां हत्या की गई थी. सूत्रों के अनुसार, साजिश इंदौर में रची गई थी, वहीं हत्या मेघालय में हुई. रघुवंशी और उनकी पत्नी 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में छुट्टियां मनाते समय लापता हो गए थे. उनका शव 2 जून को एक घाटी में मिला, जबकि उनकी पत्नी की तलाश जारी थी. मेघालय पुलिस ने एक स्पेशल सर्च टीम का गठन किया था और शीर्ष अधिकारी विवेक सिम के अनुसार, इसका मकसद सोनम का कुशवाहा के साथ संबंध था.
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