पावागढ़ शक्तिपीठ में बड़ा हादसा, अचानक टूटा रोपवे, 6 लोगों की मौत

गुजरात के एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ में शनिवार को ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को दहला दिया. अचानक हुई इस घटना से श्रद्धालु और स्थानीय लोग सहम गए. प्रशासनिक अमला तुरंत सक्रिय हुआ और मौके पर भारी भीड़ जुट गई. आखिर वहां ऐसा क्या हुआ जिसने सबको हिला दिया?

पावागढ़ में अचानक टूटा रोपवे/ प्रतिकात्मक तस्वीर Image Credit: FreePik

Pavagadh Ropeway Collapse: गुजरात के मशहूर शक्तिपीठ पावागढ़ में शनिवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया. यहां श्रद्धालुओं और कर्मचारियों को ले जा रहा गुड्स रोपवे अचानक टूटकर गिर गया. इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, दोपहर करीब साढ़े तीन बजे रोपवे की रस्सी अचानक टूट गई. इस दौरान दो लिफ्टमैन, दो कर्मचारी और दो अन्य लोग इसमें सवार थे, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई.

राहत और जांच

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया. प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और कारणों का पता लगाया जा रहा है.

इस बीच, स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लाने के प्रयास कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, खराब मौसम के वजह से यात्री रोपवे बंद कर दिया गया था, लेकिन तीर्थस्थल पर चल रही विकास परियोजनाओं के लिए निर्माण सामग्री पहुंचाने के लिए कार्गो रोपवे का संचालन किया जा रहा था.

यहां महाकाली का प्रसिद्ध शक्तिपीठ मौजूद है

पंचमहल जिले की पावागढ़ पहाड़ी, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल चंपानेर के ठीक सामने स्थित है, के शिखर पर मां महाकाली का प्रसिद्ध शक्तिपीठ विराजमान है. हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह उन 51 स्थलों में से एक है, जहां देवी सती के अंग गिरे थे.

यह मंदिर पहले छोटा और जर्जर स्थिति में था, लेकिन जुलाई 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर इसका जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया गया. इसी अवसर पर प्रधानमंत्री ने ध्वजारोहण भी किया था.

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बीते साल, गुजरात सरकार और राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण ने पावागढ़ रोपवे के विस्तार को मंजूरी दी थी. उस वक्त तक रोपवे से केवल दूधिया तालाब तक जाने की सुविधा थी. नई योजना के तहत दूधिया तालाब पर एक और स्टेशन बनाए जाने की मंजूरी मिली थी, जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने के लिए 449 कठिन सीढ़ियां नहीं चढ़नी पड़ती.

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