बिना एक्स्ट्रा चार्ज के बदल पाएंगे टिकट की तारीख, रेल मंत्री का बड़ा ऐलान; जानें क्या होंगे नियम
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि जनवरी से यात्री अपनी कंफर्म टिकट की यात्रा तारीख ऑनलाइन बदल सकेंगे, वह भी बिना कोई अतिरिक्त शुल्क दिए. नई नीति सीट उपलब्धता पर निर्भर होगी और अगर नई यात्रा की किराया अधिक हुई, तो अंतर का भुगतान करना होगा.
Indian Railways Travel Ticket Date Change: भारतीय रेलवे को लेकर यात्रियों के बीच ट्रेन की संख्या और जगह न मिलने की शिकायत समय-समय पर सामने आती रहती है. लेकिन इन समस्याओं के साथ-साथ एक और दिक्कत अक्सर यात्रियों को परेशान करती है, वह है ट्रेवल डेट की. इस परेशानी से जल्दी ही यात्रियों को निजात मिलने वाली है. इस बात की संकेत खुद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है. भारतीय रेलवे एक नई नीति लागू करने जा रहा है ताकि अचानक बदलती परिस्थितियों में यात्रियों को यात्रा की तारीख बदलने में आसानी हो.
क्या होगा नया नियम?
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि जनवरी से यात्री अपनी कंफर्म टिकट की यात्रा तारीख ऑनलाइन बदल सकेंगे, वह भी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के. वर्तमान में, अगर कोई यात्री अपनी यात्रा की तारीख बदलना चाहता है, तो उसे अपनी टिकट रद्द करनी पड़ती है और नई टिकट बुक करनी पड़ती है. इस प्रक्रिया में टिकट रद्द करने के समय के आधार पर राशि काट ली जाती है. यह न केवल अतिरिक्त खर्च बढ़ाता है, बल्कि यात्रियों के लिए असुविधाजनक भी होता है. अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह प्रणाली यात्रियों के हित में नहीं है और इसे बदलना जरूरी है.” उन्होंने यह भी बताया कि इस बदलाव को लागू करने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं.
मिलेगी सीट की गारंटी?
हालांकि, मंत्री ने स्पष्ट किया कि नई नीति के तहत यात्रियों को नई तारीख पर कंफर्म टिकट की गारंटी नहीं दी जाएगी, क्योंकि यह सीट उपलब्धता पर निर्भर करेगा. अगर नई यात्रा की किराया अधिक हुआ, तो यात्रियों को उसके अंतर का भुगतान करना होगा. यह कदम उन लाखों यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगा, जिन्हें वर्तमान में यात्रा बदलने पर भारी रद्दीकरण शुल्क देना पड़ता है.
अभी क्या है नियम?
यात्रा से 48 से 12 घंटे पहले टिकट रद्द करने पर कुल किराये का 25 फीसदी कटता है. वहीं, अगर टिकट 12 से 4 घंटे पहले रद्द की जाती है, तो कटौती अधिक होती है. और एक बार रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद, आमतौर पर कोई रिफंड नहीं मिलता. नई नीति के लागू होने के बाद, यात्रियों को अचानक यात्रा बदलने पर होने वाली आर्थिक और मानसिक असुविधा कम हो जाएगी. हालांकि, इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक रूपरेखा सामने नहीं आया है. चूंकि रेल मंत्री ने इस नीति को जनवरी से लागू होने की बात कही है, मुमकिन है कि आने वाले दिनों-हफ्तों में इससे जुड़ी कोई आधिकारिक बात सामने आई.
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