पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की बढ़ी उम्मीद, कच्चे तेल के भाव 9 महीने के निचले स्तर पर

बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड, जो दुनिया में तेल कीमतों को तय करने वाला प्रमुख बेंचमार्क है, उसमें कमी आई है. बुधवार को यह 73.6 डॉलर पर पहुंच गया, जो मंगलवार को 5 फीसदी की गिरावट के साथ इस साल के रिकॉर्ड निचले स्तर के करीब रहा.

पेट्रोल पंप Image Credit: Sanchit Khanna/HT via Getty Images

महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों से पहले एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी होने के आसार नजर आ रहे हैं. कच्चे तेल की कीमतें जनवरी के बाद से निचले स्तर पर आ गई हैं, जिससे तेल मार्केटिंग कंपनियों के लाभ में बढ़ोतरी हुई है और पंप दरों में कमी के लिए पर्याप्त गुंजाइश बनी है.

बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड, जो दुनिया में तेल कीमतों को तय करने वाला प्रमुख बेंचमार्क है, उसमें कमी आई है. बुधवार को यह 73.6 डॉलर पर पहुंच गया, जो मंगलवार को 5 फीसदी की गिरावट के साथ इस साल के रिकॉर्ड निचले स्तर के करीब रहा. विश्लेषकों ने कहा कि लीबिया की सप्लाई के बाजार में लौटने की वजह से ओवरसप्लाई की संभावनाएं हैं. जनवरी से तेल की कीमतों में गिरावट ने ईंधन के खुदरा विक्रेताओं को लाभ पहुंचाया है, विशेषकर सरकारी संस्थाओं को, जो बाजार का 90 फीसदी हिस्सा रखती हैं.

सरकार ने आम चुनाव से ठीक पहले, 14 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट ने अप्रैल में 2 रुपये प्रति लीटर से अधिक के ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन का अनुमान लगाया था, जब भारतीय बास्केट, यानी भारतीय रिफाइनरी द्वारा संसाधित कच्चे तेल का मिश्रण औसतन 89.4 डॉलर प्रति बैरल था, वहीं सितंबर में यह औसतन 76 डॉलर थी.

हालांकि, इस बात पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है कि क्या सरकार तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव की भविष्यवाणी करने वाले विश्लेषकों के मद्देनजर पंप कीमतों में कटौती करती है या नहीं. निकट भविष्य में कीमतों में उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है. फाइनेंस सर्विस कंपनी UBS ने तेल बाजार में कम आपूर्ति रहने पर दांव लगाया है, वहीं गोल्डमैन सैक्स ने प्रति बैरल 70-85 डॉलर का अनुमान लगाया है.

अगर मौजूदा कम कीमतें लंबे समय तक नहीं टिकती हैं, लेकिन 85 डॉलर पर स्थिर हो जाती हैं, तो भी सरकार के लिए यह अच्छा रहेगा क्योंकि सरकारी खुदरा विक्रेताओं को पंप प्राइस स्थिर रखने में मदद मिल सकती है.