ये है प्लेन की सबसे Safe सीट, क्रैश के समय भी बच सकती है जान
रविवार को दक्षिण कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर एक बड़ा विमान हादसा हुआ. इस प्लेन क्रैश में 179 लोगों की मौत हो गई. अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि प्लेन में दुर्घटना के दौरान कौन-सी सीट सबसे सुरक्षित होती है.

पिछले हफ्ते प्लेन क्रैश की जो तस्वीरें सामने आईं, उसने सबको चौंका कर दिया. पहले अजरबैजान और फिर रविवार को दक्षिण कोरिया में हुए प्लेन क्रैश ने सबका दिल दहला दिया. एक सप्ताह के भीतर दो घटनाएं हो गईं. इन घटनाओं ने एक तरफ हवाई सफर की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि आखिर प्लेन में सबसे सुरक्षित जगह कौन-सी होती है. किस सीट पर बैठने से आपातकालीन स्थिति में ज्यादा सुरक्षा मिल सकती है? तो आइए जानते हैं कि प्लेन में कहां बैठना सबसे सुरक्षित है.
कौन-सी सीट है सबसे सुरक्षित
2015 में टाइम मैग्जीन ने एक सर्वे किया था. इस सर्वे में पिछले 35 सालों की प्लेन दुर्घटनाओं के डेटा का विश्लेषण किया गया. इस शोध का नतीजा बेहद चौंकाने वाला था. पता चला कि प्लेन में पिछली सीट पर बैठना सबसे सुरक्षित होता है. डेटा के अनुसार, पिछली सीटों पर बैठने वाले यात्रियों की मृत्यु दर केवल 32 फीसदी थी, जबकि बीच की सीटों पर यह दर 39 फीसदी और आगे की सीटों पर 38 फीसदी थी. इस शोध ने यह निष्कर्ष निकाला कि प्लेन में पीछे बैठना ज्यादा सुरक्षित है.
यह भी पढें: Gem Aromatics Limited ला रही है IPO, सेबी के पास दाखिल किया DRHP; जाने क्या करती है कंपनी
दक्षिण कोरिया प्लेन क्रैश में 179 लोगों की मौत
रविवार को दक्षिण कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर एक बड़ा विमान हादसा हुआ. इस हादसे में 179 लोगों की मौत हो गई. प्लेन में कुल 181 लोग सवार थे. यह प्लेन रनवे से फिसलकर अपना नियंत्रण खो बैठा और एक दीवार से टकरा गया. इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं.
पिछले एक हफ्ते में यह दूसरा प्लेन क्रैश था. इससे अजरबैजान का प्लेन कजाकिस्तान के अक्तौ एयरपोर्ट पर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें 39 लोगों की मौत हो गई थी. ऐसा कहा जा रहा है कि यह घटना रूस के हमले की वजह से हुई थी. बाद में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस घटना के लिए माफी भी मांगी.
Latest Stories

UP ने दिया तुर्किए और अजरबैजान को 2000 करोड़ का झटका, 18000 टूर पैकेज कैंसिल

क्या है तुलबुल प्रोजेक्ट, जिससे कश्मीर को मिलने वाला है बड़ा फायदा, 44 साल पहले पाकिस्तान ने बिगाड़ा था खेल

पूर्व DRDO प्रमुख बोले- भारत को जल्द मिलने वाली है हाइपरसोनिक सफलता, दुनिया की सबसे तेज मिसाइल पर चल रहा काम
