सब्सक्रिप्शन के बाद भी नहीं थम रहा Agrolife का GMP, जानें शेयर मिलने के कितने हैं चांस, दुबई-चीन तक फैला है बिजनेस
एडवांस एग्रोलाइफ लिमिटेड के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त समर्थन मिला है. यह इश्यू 57 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ है. शेयरों का आवंटन 6 अक्टूबर को होने की उम्मीद है. इसका जीएमपी 14.5 रुपये चल रहा है, जो लिस्टिंग पर अच्छे रिटर्न का संकेत दे रहा है.

Advance Agrolife share allotment: एग्रोकेमिकल सेक्टर की कंपनी Advance Agrolife Limited का आईपीओ 3 सितंबर को बंद हो चुका है. इस इश्यू को निवेशकों से जोरदार रिस्पॉन्स मिला है. तीन दिन की बिडिंग में यह लगभग 57 गुना सब्सक्राइब हुआ है. 6 अक्टूबर को बिडिंग में हिस्सा लेने वाले निवेशक को शेयर अलॉट किया जा सकते हैं. इस इश्यू का ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP भी धमाल मचा रहा है. इस रिपोर्ट में आप जानेंगे कि किन निवेशक को शेयर मिलने के कितने चांस हैं.
क्या है सब्सक्रिप्शन का हाल?
यह आईपीओ 56.90 गुना सब्सक्राइब हुआ है. बिडिंग में नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने जमकर बोली लगाई है. इस कैटेगरी में 175.30 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के कैटेगरी में 27.31 गुना बोली लगी है. साथ ही रिटेल कैटेगरी में सबसे कम 23.14 गुना सब्क्रिप्शन हुआ है.
शेयर मिलने के कितने हैं चांस?
6 अक्टबूर को बिडिंग में हिस्सा लेने वाले निवेशक को शेयर आवंटित कर दिए जा सकते हैं. इश्यू को मिले सब्सक्रिप्शन के आधार पर हर 57 में से किसी एक निवेशक को इसके शेयर मिल सकते हैं. NII कैटेगरी में 176 इन्वेस्टर में से किसी एक को शेयर मिल सकते हैं. वहीं QIB कैटेगरी में हर 28 में से एक और रिटेल निवेशक की कैटेगरी में हर 24 इन्वेस्टर में एक निवेशक को शेयर आवंटित हो सकते हैं.
GMP क्या कर रहा इशारा?
मार्केट में इस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 14.5 रुपये है. (4 अक्टूबर 2025, दोपहर 12:31 बजे तक). प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर 100 रुपये और जीएमपी को मिलाकर अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 114.5 रुपये हो सकता है. यानी निवेशकों को लिस्टिंग पर करीब 14.5 फीसदी का संभावित फायदा मिल सकता है. हालांकि ये अनुमान है, जरुरी नहीं कि ऐसा होता नजर आए.
क्या करती है कंपनी?
Advance Agrolife Limited की स्थापना 2002 में हुई थी और यह खेती से जुड़े प्रोडक्ट्स बनाती है. कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो काफी विस्तृत है जिसमें एग्रोकेमिकल्स जैसे कीटनाशक, खरपतवारनाशक, फफूंदनाशक शामिल हैं. इसके अलावा, माइक्रोन्यूट्रिएंट और बायो-फर्टिलाइजर्स जैसे फर्टिलाइजर्स और टेक्निकल ग्रेड प्रोडक्ट्स भी बनाती है, जिनका इस्तेमाल पेस्टीसाइड्स और फंगीसाइड्स बनाने में होता है. इसके प्रोडक्ट्स की एक्सपोर्ट यूएई, बांग्लादेश, चीन, तुर्की, मिस्र, केन्या और नेपाल तक होती है.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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