Reliance JIO के IPO पर बड़ा अपडेट, जल्द ही कंपनी करने जा रही ये काम; जानें- कितना बेच सकती है शेयर

Reliance JIO IPO Updates: भारत के इतिहास में सबसे बड़े आईपीओ बनने की संभावना के बीच, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी टेलीकॉम ब्रॉन्च, जियो इन्फोकॉम को लिस्ट करने पर विचार कर रही है. आईपीओ मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक. और अल्फाबेट इंक. की गूगल जैसे प्रमुख इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स के लिए एक्जिट का रास्ता प्रदान करेगा.

जियो के आईपीओ पर बड़ा अपडेट. Image Credit: Canva/Money9live

Reliance JIO IPO Updates: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपनी यूनिट रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड की संभावित लिस्टिंग के बारे में बैंकों के साथ अनौपचारिक बातचीत शुरू कर दी है. जियो का आईपीओ अगले साल यानी 2026 की पहली छमाही में आएगा. एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इसकी घोषणा की थी.

ब्लूमबर्ग ने मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से बताया कि इस महीने के अंत तक औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो सकती है और उम्मीद है कि रिलायंस नवंबर में आधिकारिक तौर पर इन्वेस्टमेंट बैंकरों की नियुक्ति करेगी.

IPO के जरिए कितना पैसा जुटाने का प्लान?

सूत्रों ने ब्लूमबर्ग को बताया कि विचार-विमर्श जारी है और आईपीओ के साइज और समय जैसे डिटेल्स बदल सकते हैं. भारत के इतिहास में सबसे बड़े आईपीओ बनने की संभावना के बीच, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी टेलीकॉम ब्रॉन्च, जियो इन्फोकॉम को लिस्ट करने पर विचार कर रही है, ताकि 52,200 करोड़ रुपये (लगभग 6 अरब डॉलर) जुटाए जा सकें.

रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस ने जियो इन्फोकॉम में केवल 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की मंजूरी लेने के लिए सेबी के साथ अनौपचारिक बातचीत शुरू कर दी है. अगर मंजूरी मिल जाती है, तो यह कदम भारत में पिछले सभी आईपीओ रिकॉर्ड तोड़ देगा और हुंडई मोटर इंडिया के 28,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को भी पीछे छोड़ देगा.

सेबी से छूट की मांग

मौजूदा नियामक नियमों के अनुसार, कंपनियों को न्यूनतम 25 फीसदी पब्लिक फ्लोट बनाए रखना आवश्यक है. हालांकि, ब्लूमबर्ग ने बताया कि रिलायंस ने सेबी को बताया है कि बाजार में बड़े ऑफर को अब्जॉर्ब करने के लिए पर्याप्त लिक्विडिटी नहीं हो सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी एक छोटे फ्लोट के साथ आगे बढ़ने के लिए संभावित छूट की मांग कर रही है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हालांकि आईपीओ अगले साल की शुरुआत में लॉन्च हो सकता है, लेकिन समय और साइज बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा.

वैश्विक दिग्गजों के लिए एग्जिट का रास्ता

आईपीओ मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक. और अल्फाबेट इंक. की गूगल जैसे प्रमुख इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स के लिए एग्जिट का रास्ता प्रदान करेगा. दोनों कंपनियों ने 2020 में जियो प्लेटफॉर्म्स में 20 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया था, जब इस यूनिट का वैल्यूएशन 58 अरब डॉलर था.

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