रेलवे-मेट्रो से लेकर RRTS क्लाइंट, IPO खुलने से पहले बुलेट की रफ्तार से भागा GMP, लिस्टिंग गेन 114% पार

रेलवे, डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर में काम करने वाली Airfloa Rail Technology का IPO 11 सितंबर को खुल रहा है. कंपनी 91.10 करोड़ रुपये जुटाएगी. सब्सक्रिप्शन से पहले इस इश्यू का GMP बुलेट की रफ्तार से भाग रहा है, जो 100 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन का संकेत दे रहा है. रिटेल निवेशकों को कम से कम 2.80 लाख रुपये निवेश करने होंगे.

Airfloa Rail Technology GMP Image Credit: @Grok

Airfloa Rail Technology GMP: भारतीय रेलवे, डिफेंस से लेकर एयरोस्पेस सेक्टर में काम करने वाली कंपनी Airfloa Rail Technology शेयर बाजार में दस्तक देने वाली है. 11 सितंबर को इस कंपनी का IPO खुल रहा है. इस इश्यू के जरिए कंपनी बाजर से 91.10 करोड़ रुपये जुटाएगी. सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने से पहले आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम बुलेट की रफ्तार से बढ़ रहा है. कंपनी 65,07,000 फ्रेश शेयर जारी कर रही है.

Airfloa Rail Technology IPO डिटेल्स

अगर आप एक रिटेल निवेशक हैं और Airfloa के आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 2,80,000 रुपये निवेश करने होंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी ने 1,000 शेयरों का एक लॉट बनाया है और हर रिटेल इन्वेस्टर को 2 लॉट खरीदना अनिवार्य है. इसलिए 140 रुपये की दर 2,000 शेयरों की कीमत 2.80 लाख होगी.

विवरणजानकारी
आईपीओ की तारीख11 सितम्बर 2025 से 15 सितम्बर 2025
फेस वैल्यू₹10 प्रति शेयर
इश्यू प्राइस बैंड₹133 से ₹140 प्रति शेयर
लॉट साइज1,000 शेयर
कुल इश्यू साइज65,07,000 शेयर (लगभग ₹91.10 करोड़)
कहां होगी लिस्टिंगBSE/SME

बुलेट की रफ्तार से भागा GMP

9 सितंबर की सुबह 8 बजकर 53 मिनट पर इस इश्यू का ग्रे मार्केट प्रीमियम 160 रुपये है, जो 114 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन की ओर संकेत दे रहा है. 4 सितंबर से 7 सितंबर तक इस आईपीओ का जीएमपी फ्लैट 150 रुपये पर स्थिर रहा.

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कब होगा अलॉटमेंट और लिस्टिंग?

इसके शेयरों के अलॉटमेंट की बात करें तो इसके लिए अनुमानित तारीख 16 सितंबर है और 18 सितंबर को कंपनी बाजार लिस्ट हो सकती है

क्या हैं कंपनी के मुख्य काम?

एयरफ्लो रेल टेक्नोलॉजी लिमिटेड की स्थापना दिसंबर 1998 में हुई थी. यह कंपनी भारतीय रेलवे के लिए रोलिंग स्टॉक के पुर्जे और इंटीरियर बनाती है. कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और अन्य कोच फैक्ट्रियां शामिल हैं. एयरफ्लो रेल टेक्नोलॉजी ने श्रीलंकाई DEMU, मेनलाइन कोच, आगरा-कानपुर मेट्रो, आरआरटीएस, विस्टाडोम कोच और वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए रोलिंग स्टॉक पुर्जे और इंटीरियर प्रोजेक्ट पूरे किए हैं. इसके अलावा, वे एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र के लिए भी पुर्जे बनाते हैं, जैसे AMCA ग्राउंड सिमुलेटर और टैंक के लिए आर्टिलरी बॉडी. यह कंपनी वंदे भारत एक्सप्रेस और आगरा-कानपुर मेट्रो जैसे बड़े रेलवे प्रोजेक्ट के लिए इंटीरियर फर्निशिंग भी देती है.

कौन हैं क्लाइंट?

कंपनी के क्लाइंट में भारतीय रेलवे सबसे ऊपर है. इसके साथ ही डिफेंस, एयरोस्पेस और आगरा-कानपुर मेट्रो कंपनी के क्लाइंट हैं. Airfloa Rail Tech. ने नमो भारत और वंदे भारत के लिए ट्रेन कंपार्टमेंट बनाई है.

कहां खर्च होंगे ये पैसे?

निवेश का उद्देश्यअनुमानित राशि (₹ करोड़ में)
मशीन और उपकरण खरीदने के लिए13.68
कंपनी द्वारा लिए गए कुछ बकाये कर्ज का भुगतान6.00
कैपिटल फंड की जरूरतों के लिए59.27
सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों के लिए12.15

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